बेटे की हत्या का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई मां, हफ्तेभर के भीतर ही दम तोड़ा, परिजनों का हंगामा
- बरेली में एक मां पहले छोटे बेटे फिर बड़े बेटे की हत्या का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और फ्तेभर के भीतर ही उसने भी दम तोड़ दिया। इस घटना से दुखी परिजनों ने एसएसपी कार्यालय के बाहर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया।
यूपी के बरेली में एक मां पहले छोटे बेटे फिर बड़े बेटे की हत्या का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और सोमवार को हफ्तेभर के भीतर ही उसने भी दम तोड़ दिया। इस घटना से दुखी परिजनों ने एसएसपी कार्यालय के बाहर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। एसएसपी अनुराग आर्य से मुलाकात कर उन लोगों ने पुष्पेंद्र की हत्या करने वाले तीनों हमलावरों की गिरफ्तारी और आरोपी पक्ष पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
खरदाह के पुष्पेंद्र उर्फ पुष्पाल की भुता क्षेत्र में बीसलपुर रोड पर पांच नवंबर की शाम चार गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के वक्त वह अपने गांव से बारादरी के हरुनगला स्थित घर लौट रहे थे। इस मामले में पुष्पेंद्र की पत्नी संगीता ने दस लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इनमें से दो हत्यारोपी हिस्ट्रीशीटर पूरन गंगवार और पवन पहले से ही जेल में बंद थे। नामजद में से चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मगर गोली मारने वाले तीनों आरोपी विपिन, सिपिन और गौरव अब तक फरार चल रहे हैं। इसको लेकर पुष्पेंद्र के परिवार वालों में आक्रोश है। इसी बीच रविवार रात उनकी मां नारायणो देवी की मौत हो गई।
परिजन ने बताया कि छोटे बेटे विनोद की 2021 में पूरन पक्ष के लोगों ने हत्या कर दी थी। इसको लेकर नारायणो देवी पहले से दहशत में थीं। इसी बीच पांच नवंबर को दूसरे बेटे पुष्पेंद्र की भी हत्या हो गई। इससे वह सदमे में आ गई थीं और खाना पीना भी छोड़ दिया था। इसी सदमे में रविवार रात उनकी मौत हो गई। इस पर सोमवार को परिवार वाले उनका शव एंबुलेंस में एसएसपी ऑफिस पहुंच गए। पुष्पेंद्र की पत्नी संगीता समेत अन्य परिवार वालों ने एसएसपी से मुलाकात कर गोली चलाने वाले तीनों हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की। एसएसपी ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया तो वे लोग शांत होकर लौट गए।