एकांत का दंश, अपने ही घर में हप्ते भर सड़ती रही महिला की लाश
कटघर क्षेत्र के लाजपतनगर में 60 वर्षीय महिला शीरी का शव एक सप्ताह तक घर में सड़ता रहा। मौत के बाद पड़ोसियों ने दुर्गंध आने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बरामद किया। शीरी पिछले...
एकाकी जीवर जीने का दंश कितना भयानक होता है यह कटघर क्षेत्र के लाजपतनगर में रहने वाली महिला शीरी के जीवन से समझा जा सकता है। घर में मौत के बाद 60 वर्षीय शीरी का शव सड़ता रहा और किसी को भनक तक नहीं लगी। दुर्गंध आने पर गुरुवार को पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो शव फर्श पर पड़ा मिला। पुलिस ने फॉरेंसिक विभाग की फील्ड यूनिट से जांच पड़ताल कराने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना कटघर के लाजपतनगर निवासी शीरी (60) पुत्री मोहम्मद नासिर अविवाहित थीं। वो पिता मोहम्मद नासिर और भाई हमदा के साथ रहती थीं। कुछ वर्ष पहले पिता की मौत हो गई। बीते साल भाई हमदा की भी मौत हो गई, जिसके बाद वह अकेली रहती थीं। गुरुवार सुबह मकान के अंदर से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों को शक हुआ। जिसके बाद पुलिस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही एसएचओ कटघर संजय कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आसपास के लोगों से जानकारी ली और फिर मझोला के आरटीओ ऑफिस के पास रहने वाली शीरी के खलेरे भाई अब्बास और मुगलपुरा के मुफ्ती टोला में रहने वाले चचेरे भाई अब्दुल्ला को सूचना दी। दोनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया लेकिन नहीं खुला। बाद में दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर कमरे में फर्श पर शीरी का शव पड़ा था। एसएचओ ने तत्काल फॉरेंसिक विभाग की फील्ड यूनिट की टीम को बुलाकर मौके पर वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराने के साथ ही साक्ष्य संकलन कराया। बाद में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में एसएचओ कटघर संजय कुमार ने बताया कि मकान का मुख्य दरवाजा और जीने का दरवाजा अंदर से बंद था। महिला का शव घर के अंदर मिला है, जो कम से कम एक सप्ताह पुराना लग रहा है। संभव है कि फर्श पर फिसलने या हार्ट अटैक से शीरी की मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी आ चुका है इस तरह का मामला
मुरादाबाद। जिले में अकेले रहने वाले किसी की मौत के बाद घर के अंदर ही शव सड़ने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2018 में सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में इसी तरह का मामला सामने आ चुका है। सिविल लाइंस के रामगंगा विहार निवासी रिटायर्ड प्रिंसिपल घर में अकेले रहते थे। परिवार के अन्य सदस्य दूसरे मकान में उसी मोहल्ले में रहते थे। रिटायर्ड प्रिंसिपल की मौत हो गई और करीब तीन से चार दिन तक शव कमरे में ही पड़ा रहा और किसी को भनक नहीं लगी। बाद में दुर्गंध आने पर मौत का पता चला था। उस घटना के बाद तत्कालीन एसएसपी जे रविंद्र गौड़ ने एक अनूठी मुहीम शुरू करके अकेले रहने वाले बुजुर्गों को चिह्नित कराके थाने में अलग से रजिस्टर तैयार कराया था। पुलिसकर्मी उन बुजुर्गों से मिलते थे साथ ही उनके धोबी, दूध वाले, पेपर वाले और अन्य वस्तुएं पहुंचाने वालों के फोन नंबंर आदि रखते थे। त्योहारों पर थानों की पुलिस उन बुजुर्गों से मिलकर मिष्ठान आदि देकर बाधाई भी देती थी। हालांकि अब वह रजिस्टर कहां है इसका कोई पता नहीं है।
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