बोले मुरादाबाद : नाले चोक, चौतरफा गंदगी का अंबार
Moradabad News - गलशहीद चौराहे पर नाला चोक होने के कारण जलभराव और जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हो रहा है, और स्थानीय लोग परेशान हैं। नगर निगम और पुलिस ने समस्या का समाधान करने की...
गलशहीद चौराहे पर नाला चोक होने के कारण सड़क पर जलभराव की वजह से लोग परेशानी झेल रहे हैं। साथ ही रामगंगा पुल की मरम्मत के चलते जाम ने समस्या बढ़ा दी है। दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इससे कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। दुकानदारों और स्थानीय लोगों का कहना है कि गंदे पानी से उठ रही दुर्गंध की वजह से सांस लेने में परेशानी हो रही है। जिम्मेदार समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने हिन्दुस्तान से अपनी पीड़ा बयां की। गलशहीद क्षेत्र में नालों की सफाई के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। यहां नाले चोक होने के कारण सड़क पर जलभराव और जाम की समस्या से लोग परेशान हैं। हालात बेकाबू होने पर नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। चोक नाले को खुलवाने के लिए कर्मचारियों को उतारा, लेकिन चोक नाला खोलने में सफल नहीं हो सके। सड़क पर बह रहा गंदा पानी निकालने के लिए पंप जरूर लगा दिया। इससे गुरुवार को लोगों को राहत मिली, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका। दोपहर के समय हालात ज्यादा बेकाबू हो गए। गलशहीद थाने की पुलिस को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिसकर्मी अपनी मौजूदगी में नाले की सफाई करते नजर आए। कुछ पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था सुचारु कराने में जुटे दिखाई दिए। जलभराव और जाम की समस्या गुरुवार देर रात तक बनी रही। इस कारण स्थानीय लोगों ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी जताई। लोगों का कहना है कि वे जलभराव और जाम की समस्या से जूझ रहे हैं। चोक नाले को खोलने में जुटे सफाई कर्मचारी भी शाम होने पर चले गए। शाम को एक बार फिर गलशहीद चौराहा क्षेत्र में जलभराव हो गया। इससे हजारों की आबादी को परेशानी हुई। सफाई कर्मचारी बिना सुरक्षा उपकरणों के ही सफाई करते नजर आए। नाले की गहराई छह से आठ फीट होने के कारण कभी भी सफाई कर्मचारियों के साथ बड़ा हादसा हो सकता है। निगम अधिकारियों को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। जाम में फंसीं तीन एंबुलेंस और स्कूल के विद्यार्थी : गलशहीद चौराहे पर बीते गुरुवार दोपहर लगे जाम में तीन एंबुलेंस फंस गईं। एसओ सौरभ त्यागी और पुलिसकर्मियों ने जाम में फंसी एंबुलेंस को रास्ता दिलवाया। स्कूल से छुट्टी होने पर छात्र-छात्राएं भी जाम में फंस गईं। छात्र-छात्राएं देर से घर पहुंचे तो परिजनों ने जलभराव के संबंध में उनसे जानकारी ली।
जलभराव से कारोबार प्रभावित
मुरादाबाद। गलशहीद चौराहे पर मुख्य बाजार है। यहां रेडीमेड गारमेंट समेत काफी दुकानें हैं। खरीदारी के लिए लोग पहुंचते हैं। यहां के दुकानदार भी जलभराव और जाम की समस्या से परेशान हैं। उनका कहना है कि तीन दिन से कारोबार प्रभावित हो रहा है। क्षेत्रीय पार्षद से लेकर जनप्रतिनिधि भी मौका मुआयना करने के लिए नहीं पहुंचे हैं। इससे क्षेत्र के लोगों में गुस्सा पनपने लगा है। लोगों ने समस्या को लेकर नगर निगम प्रशासन पर अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
रामगंगा पुल की मरम्मत से बिगड़े हालात
मुरादाबाद। रामगंगा पुल की मरम्मत के चलते वाहनों को बदले मार्ग से गुजारा जा रहा है। गलशहीद चौराहा से होकर वाहन गुजर रहे हैं। इससे चौराहे पर हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं। बुधवार रात तो हालात बेहद बेकाबू हो गए थे। पुलिसकर्मी थाने तक पहुंचे थे। उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद ही नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची थी। देर रात तक चोक नाले को खोलने का प्रयास किया गया। हालांकि गुरुवार को भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया जा सका है। लोगों ने समस्या का जल्द समाधान कराने की मांग की है।
बोले जिम्मेदार
जलभराव और जाम की सूचना पर नगर निगम के एक्सईएन टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अपनी मौजूदगी में बाहर से बुलाई गई नाला सफाई की टीम के द्वारा साफ-सफाई करवाई। इसके बाद ही जलभराव की समस्या से निजात मिल सकी। नालों की समय-समय पर साफ-सफाई होनी चाहिए।
-मोहम्मद मोहसिन, क्षेत्रीय पार्षद वार्ड 35
नालों की नियमित साफ-सफाई नहीं होने के कारण जलभराव के हालात बन गए। इस प्रकार की समस्या आए दिन सामने आती रहती है। समस्या का स्थायी समाधान किया जाना चाहिए, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
-मोहम्मद सुहेल, पूर्व पार्षद
सुझाव
अभियान चलाकर नाले और नालियों से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए।
शिविर लगाकर लोगों को प्लास्टिक व बोतलें नहीं फेंकने के लिए जागरूक किया जाए।
स्कूलों में भी एनजीओ के माध्यम से नो प्लास्टिक को लेकर जागरूक किया जाए।
नालों पर जाल लगवाए जाएं जिससे कचरा आगे नहीं पहुंच सके।
अतिक्रमण करने वालों पर लोगों के सहयोग से कड़ी कार्रवाई की जाए।
शिकायतें
नाले और नालियों की नियमित साफ-सफाई नहीं की जा रही है।
लोगों ने नाले और नालियों पर जगह-जगह अतिक्रमण कर लिया है। इससे समस्या बढ़ रही है।
स्थानीय लोग नाले-नालियों में पॉलिथिन व बोतलें फेंकते हैं। इससे गंदगी फैलती है।
अधिकारी सफाई की नियमित मानीटरिंग नहीं करते हैं।
क्षेत्र के लोगों की परेशानी की अनदेखी की जा रही है।
हमारी भी सुनें
नालों की नियमित साफ-सफाई नहीं होने के कारण जलभराव हो गया। इससे पूरा इलाका जाम से जूझता रहा। इससे कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया।
-मोहम्मद यासीन, रेडीमेड गारमेंट कारोबारी
जलभराव और जाम से कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया। कई लोगों की दुकानें तक नहीं खुल सकीं। समस्या का स्थाई रूप से समाधान किया जाना चाहिए।
-मोहम्मद मुकीम, रेडीमेड गारमेंट व्यापारी
नालों की नियमित तौर पर साफ-सफाई नहीं की जाती है। इस कारण आए दिन जलभराव के हालात उत्पन्न होते हैं। तीन दिनों से हालात बद से बदतर हो गए हैं।
-मोहम्मद राशिद, रेडीमेड गारमेंट व्यापारी
नालों की साफ-सफाई की अधिकारियों के द्वारा समय-समय पर मानीटरिंग की जानी चाहिए। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई भी की जानी चाहिए। तभी नालों की सफाई हो सकेगी।
-मोहम्मद शारिक, कारोबारी
नाला चोक होना यहां की आम समस्या बन गया है। इसका प्रमुख कारण नालों की तलीझाड़ साफ-सफाई का न होना है। अधिकारियों के द्वारा भी सफाई की मानीटरिंग नहीं की जाती है।
-दानिश, रेडीमेड गारमेंट व्यापारी
जलभराव और जाम के कारण फूलों की बिक्री तक नहीं हुई। दो दिनों से कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है। दो दिन में मात्र सत्तर रुपये के फूलों की बिक्री हुई है।
-हेतराम, स्थानीय निवासी
जलभराव के कारण कारोबार में गिरावट आई है। खरीदार दुकान तक पहुंच ही नहीं पा रहे हैं। समस्या को लेकर निगम अधिकारियों को गंभीर हो जाना चाहिए।
-मोहम्मद वामिश, रेडीमेड गारमेंट व्यापारी
नालों की नियमित साफ-सफाई नहीं होने के कारण ही जलभराव के हालात पैदा हुए हैं। कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है। समस्या का समाधान कराया जाना चाहिए।
-मोहम्मद आमिर, कारोबारी
नालों की तलीझाड़ साफ-सफाई कराई जानी चाहिए। स्थानीय लोगों को भी नालों से अतिक्रमण खुद ही हटा लेना चाहिए। तभी समस्या सेछुटकारा मिल सकेगा।
-प्रेम बाबू वाल्मीकि, स्थानीय निवासी
जलभराव और जाम के लिए नगर निगम के साथ-साथ हम और आप भी जिम्मेदार हैं। नालों पर अतिक्रमण नाला चोक होने का प्रमुख कारण है। अतिक्रमण हटना चाहिए।
-दीपक
नालों की नियमित तौर पर तलीझाड़ साफ-सफाई कराई जानी चाहिए। अधिकारियों के द्वारा सफाई की मानीटरिंग भी की जानी चाहिए। समस्या का समाधान होना चाहिए।
-दिनेश कुमार, स्थानीय निवासी
जलभराव और जाम का प्रमुख कारण नालों की नियमित अंतराल पर साफ-सफाई नहीं होना है। जगह-जगह अतिक्रमण भी किया जाना है।
-शाहिद राइनी, स्थानीय निवासी
जलभराव और जाम की समस्या के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों से जूझने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
-साकिर अली राइनी, स्थानीय निवासी
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