दस वर्षीय हाफिज अहमद बने सामी, सुना कुरान ए करीम
Moradabad News - किसरौल में हाफिज मौहम्मद फैजान ने तरावीह में कुरान ए करीम मुकम्मल किया। हाफिज अहमद ने भी भाग लिया और सभी ने दुआ की। इस अवसर पर जकात और फितरा के बारे में जानकारी दी गई। मुरादाबाद में यौमे जंगे बदर पर...

किसरौल में नमाजे ए तरावीह में हाफिज मौहम्मद फैजान से कुरान-ए-करीम मुकम्मल किया। इन्होंने दो पारे रोज सुनाए। सामी दस वर्षीय हाफिज अहमद पुत्र मोहम्मद औसाफ रहे। तमाम हाजरीन ए महफिल ने हाफिज अहमद को दुआओं से नमाजा। हाफिज अहमद के बाबा ने तरावीह में कुरान ए करीम सुना और सभी नमाजियों का आभार व्यक्त किया। आखिर में मुल्क एवं कौम की तरक्की और खुशहाली के लिए दुआ की गई। इस मौके पर हाफिज वली उल्लाह ने कहा कि जिस मुसलमान के पास साढ़े सात तौले सोना या साढ़े बावन तौले चांदी हो उसके ऊपर जकात फर्ज है। जकात कुल सोना या चांदी या दोनों के बराबर रकम हो उसका कुल ढाई प्रतिशत देना होता है। जकात का पैसा रमजान में जल्द से जल्द अदाकर देना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिस रकम को एक साल अपने पास रखा गया हो उस रकम पर जकात फर्ज हो जाती है। इस वर्ष फितरा की रकम 70 रुपये अदा की जाएगी।
यौमे जंगे बदर पर कराया रोजा इफ्तार
मुरादाबाद। ऑल इंडिया मुस्लिम फेडरेशन ने यौमे जंगे बदर के मौके पर जिगर कालोनी निवासी राष्ट्रीय प्रवक्ता सैय्यद आसिफ हसन के आवास पर रोजा इफ्तार का आयोजन किया। सरपरस्ती फेडरेशन के जिलाध्यक्ष मुजाहिद पठान ने की। मुफ्ती दानिशुल कादरी ने रोजे की अहमियत पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि रोजे का मतलब केवल भूखे-प्यासे रहना नहीं है। इबादत कर अल्लाह को राजी करना भी है। महानगर अध्यक्ष साहिल शम्सी ने कहा इस माह में गुनाहों से बचना चाहिए। फिरोज खान ने कहा रोजे के माध्यम से भूख और प्यास का एहसास कराना है। इस मौके पर पार्षद मोहम्मद जुनैद, पूर्व पार्षद असलम परवेज सहित शान ए अली शानू,मोहम्मद इकराम अली, कुलदीप तुरैहा, मोहम्मद आरिफ, रवि चंद्र, जाबर खां, परवेज खां, अतीक उर रहमान आदि रहे।
मुकद्दस रमजान
इफ्तार (19 मार्च) बुधवार
सुन्नी शिया
6.29 6.38
सहरी (20 मार्च) जुमेरात
सुन्नी शिया
4.55 4.52
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