तलवार से नहीं किरदार से फैला इस्लाम
जौनपुर के मौलाना काजिम मेहंदी उरूज ने कहा कि हमारे नबी ने इस्लाम को तलवार से नहीं, बल्कि अपने अच्छे किरदार से फैलाया। उन्होंने मोहब्बत, इत्तेहाद और अच्छे अख़लाक का संदेश दिया। उन्होंने कर्बला में हजरत...
जौनपुर से तशरीफ लाए मौलाना काजिम मेहंदी उरूज ने कहा कि हमारे नबी ने तलवार से नहीं किरदार से इस्लाम फैलाया हैं और नबी के सदके में सजी हैं यह कायनात। नगर के मोहल्ला सादात स्थित इमामबाड़ा हजरत अबुतालिब में वसीम अब्बास काजमी द्वारा आयोजित खमसे की दूसरी मजलिस में आमिल अब्बास काजमी ने मरसिया पढ़ा और मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना काजिम मेहंदी उरूज जौनपुरी ने कहा कि अल्लाह सारे आलेमीन का रब हैं और उसने हमारे प्यारे नबी हजरत मुहम्मद मुस्तफ़ा के सदके में इस कायनात को पैदा किया और रसूले करीम को रहमत तूल आलेमीन बना कर भेजा है और रसूले करीम ने चालीस साल खामोश रहकर दुनियां के सामने अपना अख़लाक और किरदार पेश करते हुए इस्लाम का पैगाम लोगो तक पहुंचाया। रसूले करीम ने इत्तेहाद आपसी भाईचारे एक दूसरे से मोहब्बत करने और अच्छे किरदार और अख़लाक से पेश आने का पैगाम दिया तथा नबी ने अहलेबेत से मुहब्बत करने का पैगाम दिया, लेकिन क़र्बला में यजीदी लशकर ने नबी के नवासे हजरत इमाम हुसैन को क्रूरता के साथ कत्ल किया और उनके परिवार पर वह जुल्म किए जो किसी और तारीख के पन्नों में नहीं मिलते हैं। मजलिस में अंजुमन अकबरी ने नोहे ख्वानी की।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।