मुरादाबाद में अब एमआरआई कोड से बनेंगे दस किलोवाट से नीचे के बिल
Moradabad News - बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग लगातार कुछ न कुछ नया करने में लगा है। इसको लेकर अब विभाग ने बिलिंग में भी बदलाव किया है। मीटर रीडरों की गड़बड़ियों से आए दिन होने वाले राजस्व हानि पर अंकुश को विभाग ने...
बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग लगातार कुछ न कुछ नया करने में लगा है। इसको लेकर अब विभाग ने बिलिंग में भी बदलाव किया है। मीटर रीडरों की गड़बड़ियों से आए दिन होने वाले राजस्व हानि पर अंकुश को विभाग ने एमआरआई कोड से अब छोटे मीटरों की भी बिलिंग कराने का फैसला लिया है।
अफसरों का कहना है कि इस व्यवस्था के बाद बिजली चोरी के केसों पर काफी हद तक कमी आएगी। अभी तक दस किलोवाट और उससे ऊपर के कनेक्शन की मीटर रीडिंग एमआरआई कोड से होती है लेकिन अब मीटर रीडरों के आए दिन के घपलों पर लगाम कसने को विभाग ने दो किलोवाट से नौ किलोवाट तक के मीटर की बिलिंग एमआईआरआई कोड की मदद से की जाएगी। नई व्यवस्था में मीटर रीडर एक केबल के जरिए उपभोक्ता के मीटर को अपने मोबाइल से जोड़ेगा। नई व्यवस्था को लेकर अफसर अब पुराने मीटरों में एमआरआई कोड लगवा रही है। सिंतबर से विधिवत रूप से नई व्यवस्था से मीटर की बिलिंग होगी। एक्सईएन मीटर प्रमोद कुमार गोगनिया ने बताया कि नई मीटरों में एमआरआई के लिए स्थान दिया है,वहीं पुराने मीटर में पूरी तरह बंद हैं। बाहरी सील को हटाने के बाद एमआरआई कोड लगाए जा रहे हैं। सितंबर की बिलिंग अब नई व्यवस्था से करने की तैयारी की है।
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