अधिवक्ता के खिलाफ केस करवाने को लेकर प्रदर्शन
Moradabad News - अधिवक्ता की पत्नी पूनम यादव ने फांसी लगाकर जान दी। मायके वालों ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की, लेकिन पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने पर सहमति जताई। बच्चों ने पिता के खिलाफ...
अधिवक्ता की पत्नी के फांसी पर लटकने के मामले में विवाहिता के मायके वाले पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर कोतवाली पहुंच गए। ग्रामीणों ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की लेकिन पुलिस ने इससे इंकार करते हुए आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज करने पर सहमति जताई। कोतवाली क्षेत्र के गांव ईसापुर भूड़ निवासी राजकुमार यादव पुत्र सत्यवीर सिंह के साथ वर्ष 2005 में हुआ था। राजकुमार यादव फिलहाल नगर के मंडी समिति के सामने स्थित अपने आवास में परिवार के साथ रह रहे थे। उनकी पत्नी पूनम यादव 30 ने गुरुवार की रात फांसी लगाकर जान दे दी थी। शुक्रवार की अपराह्न पूनम यादव का शव पोस्टमार्टम के बाद तहसील मुख्यालय पहुंचा तो मायके वाले शव को लेकर कोतवाली पहुंच गए। ग्रामीणों ने राजकुमार यादव पर पूनम यादव के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता पर आरोप लगाए और हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। वरिष्ठ उप निरीक्षक बृजेंद्र यादव ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने से इनकार करते हुए आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज करवाए जाने की बात कही।
ननिहाल वालों से भिड़े अधिवक्ता के बच्चे
ठाकुरद्वारा। अधिवक्ता राजकुमार यादव की पुत्री वंशिका उर्फ तनु और पुत्र तन्मय यादव ने पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने का कड़ा विरोध करते हुए ननिहाल वालों से कहा कि उनकी मां की मौत हो चुकी है। अब पिता जेल चले जाएंगे तो उनका भविष्य चौपट हो जाएगा। उनके पिता के खिलाफ मुकदमा न लिखवाया जाए। ननिहाल वालों ने बच्चों को समझाया कि उनका जीवन बचाने के लिए ही मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। इसे लेकर बच्चों की अपने मामा से बहस हुई।
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