रामगंगा पुल बंद होने से दो लाख से ज्यादा आबादी के लिए आवाजाही बनी मुसीबत
Moradabad News - रामगंगा नदी पर बने पुल के बंद होने से रामपुर और काशीपुर के करीब पचास गांवों की दो लाख से ज्यादा आबादी को आवाजाही में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बुजुर्ग, बच्चे और दिहाड़ी मजदूरों को विशेष रूप...
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मुरादाबाद, संवाददाता। रामगंगा नदी पर बने पुल के बंद होने का रामपुर और काशीपुर (उत्तराखंड) के करीब पचास गांवों पर असर पड़ा है। इन गांवों की करीब दो लाख से ज्यादा आबादी के लिए आवाजाही मुसीबत बनी हुई है। गांव से रामगंगा पुल तक किसी वाहन व पुल को पैदल पाकर दूसरे छोर पर अन्य वाहनों से शहर में जाना पड़ रहा है। इनमें गांव से शहर आने वाले बच्चे, दिहाड़ी मजदूर, अन्य कामगारों के अलावा बुजुर्ग व बीमार लोगों के लिए पुल बंद होने तमाम मुश्किलें हो रही हैं। सबसे ज्यादा असर रामपुर की ओर पुल से सटे गांवों में परेशानी ज्यादा है। बुजुर्ग सत्यपाल सिंह ने मुरादाबाद में सीएल गुप्ता आई इंस्ट्टीटयूट में मोतियाबिंद का आपरेशन कराया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बुधवार को घर के लिए रवाना हुए तो पुल पर फंस गए। रोशनी से बचने के लिए चश्मा लगाए सत्यापाल सिंह का कहना है कि पुल बंद से परेशानी हो रही है। पैदल चलकर पुल पारकर जाना पड़ा। साथ में सामान लिए उनके पुत्र योगेन्द्र सिंह भी साथ है। रामगंगा विहार से पुल तक ज्यादा किराया लगा। अब पैदल चलकर दूसरी ओर से गांव के लिए टेंपो व आटो पकड़ेंगे। मुस्तफाबाद गांव के सोनू सिंह भी गांव से शहर जाने के लिए बाइक से आए। पुल पर बैरियर से ठिठक गए। देर तक इंतजार के बाद वापस लौटना मुनासिब समझा। उनका कहना है कि जितने दिन पुल पर काम चलेगा, तब तक परेशानी कम नहीं होने वाली। बेरखेड़ा गांव के विजयपाल सिंह अपनी बीमार पत्नी को दिल्ली रोड पर एपेक्स अस्पताल दिखाने जाना था। रामगंगा पुल के बंद होने से आगे नहीं बढ़ सके। बाद में किसी कच्चे रास्ते से कटघर, बरबालान की ओर रवाना हुए। गांव भैंसिया के बासू व आकाश चित्रगुप्ता इंटर कालेज में कक्षा नौ व दस के छात्र हैं। स्कूली बच्चों को भी कई वाहन बदलकर पुल तक पहुंचना पड़ा। गांव तक ई रिक्शा से जाएंगे।
भैंसिया गांव के अंकुर व अंशू गुलाबबाड़ी में सरस्वती विद्यामंदिर में कक्षा 12 में पढ़ रहे हैं। स्कूल से रामगंगा पुल व नदी पर पुल की दूसरे छोर से गांव तक ई रिक्शा में सफर करना पड़ा। बंद पुल की मरम्मत के चलते ट्रैफिक सिपाही बजेन्द्र सिंह का कहना है कि अब 12 घंटे डयूटी देनी पड़ रही है। सुबह आठ से रात आठ बजे तक वहां रहना है। वहां मौजूद ग्रामीणों का कहना है कि गांवों के लड़के बरबालान में मुस्लिम इंटर व लड़कियां मौलाना आजाद इंटर कालेज में पढ़ने के लिए आहती जाती है। पुल बंद होने से स्कूली बच्चे ज्यादा परेशान है।
शहर से सटे गांवों पर ज्यादा असर
पुल को मरम्मत बंद किए जाने का असर नदी किनारे व रामपुर व काशीपुर दोराहे के आसपास गांवों पर पड़ रहा है। क्षेत्र में सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव का कहना है कि रफतपुरा, मुस्तफाबाद, बरबाला खास, बसंतपुर रायपुर, डिलरा रायपुर, रामनगर मझरा, गोट, बीजना, डीयरपार्क समेत पचास गांवों की शहर से कनेक्टविटी का रास्ता रामगंगा पुल है।
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