तीन दिन बाद मिला नदी में डूबी छात्रा और महिला का शव
रामगंगा नदी में डूबी छात्रा मोनिका और महिला कांति का शव तीसरे दिन बरामद किया गया। एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों के प्रयास से शव मिले। ग्रामीणों ने पुल की मरम्मत न होने पर प्रशासन पर रोष व्यक्त किया,...
रामगंगा नदी में शुक्रवार को डूबी छात्रा व महिला का शव घटना के तीसरे दिन रविवार को बरामद कर लिया गया। एसडीआरएफ टीम के अथक प्रयास से सफलता मिली। शुक्रवार से ही सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम के बाद गमगीन माहौल में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। कटघर क्षेत्र के लोधीपुर वासु गांव में शुक्रवार सुबह छह महिलाओं के साथ एक छात्रा रामगंगा नदी पार करते समय तेज बहाव में बह गई थी। वहां मौजूद विशाल व अन्य ग्रामीणों की मदद से पांच महिलाओं को तो बचा लिया गया था लेकिन कक्षा 9 की छात्रा मोनिका व कांति गहरे पानी में डूब गईं थीं। तभी से एसडीआरएफ की टीम रामगंगा नदी में लगातार सर्च आपरेशन चला रही थी। लोधीपुर वासु के ग्राम प्रधान रामकिशोर लोधी ने शुक्रवार को मछली के जाल को ग्रामीणों की मदद से पुल के नीचे लगवा दिया था। रविवार सुबह एसडीआरएफ की टीम ने सर्च अभियान चलाया तो छात्रा मोनिका का शव लगभग 11:15 बजे पुल के नीचे लगे जाल में फंसा मिला। छात्रा का शव मिलने के लगभग ढाई घंटे बाद महिला कांति का शव एक किलोमीटर दूर नदी किनारे उतराता मिला। दोनों शवों के मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। देर शाम गमगीन माहौल में दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। तहसीलदार रामवीर सिंह ने बताया कि छात्रा और महिला का शव मिल गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।
टूटे पुल की मरम्मत न होने से ग्रामीणों में रोष
मूंढापांडे। बिकनपुर, बीरपुर वरियार, गतौरा लोधीपुर वासु के आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि जब से रामगंगा नदी के पुल का एप्रोच कटा है तब से ग्रामीणों को जानवरों के लिए चारा लाने के लिए नदी पार कर दूसरी ओर जाना पड़ता है या फिर पांच किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है। सभी के खेत रामगंगा नदी के पार हैं। यदि पुल का एप्रोच समय रहते सही करा दिया गया होता तो महिला और छात्रा की जान बच सकती थी। प्रशासन की हीलाहवाली के चलते दो की जानें गईं हैं।
स्थानीय गोताखोरों के जज्बे को सलाम
लोधीपुर वासु गांव के रहने वाले तैराक टिंकू, सुरेंद्र, अरविंद, महेश, पवन, सुमित, महिपाल, राकेश, सूरज, मनोज, रवि, सुनील, राजेश, सोमवीर ने शुक्रवार को डूबी छात्रा मोनिका और महिला कांति को रामगंगा नदी में तैरकर ढूंढना शुरू किया था। रविवार सुबह सभी दोबारा एसडीआरएफ टीम के साथ सर्च ढूंढना शुरू किए। इस दौरान सभी हाथ पैर फूल गए।
किसी जनप्रतिनिधि ने नहीं ली सुधि
गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में इस समय उपचुनाव चल रहा है। प्रत्येक नेता वोट मांगने के लिए तैयार है, परंतु इस दुख किसी ने सुधि नहीं ली। तीन दिन बाद शव मिले हैं। प्रशासन लगातार प्रयासरत रहा लेकिन, क्षेत्रीय नेताओं ने हमारी कोई खबर नहीं ली। लोगों के घरों में चूल्हा तक नहीं जला।
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