ढाई साल बाद मरीजों को मिलेगी जड़ी-बूटी, मीठी गोली
जिले के सरकारी अस्पतालों में आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी की दवाएं अब मरीजों के लिए उपलब्ध होंगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बजट जारी होने के बाद, आयुष दवाओं की आपूर्ति अगले सप्ताह शुरू होने...
जिले के कई सरकारी अस्पतालों में आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी के डॉक्टर होते हुए भी इन चिकित्सा पद्धतियों से इलाज प्राप्त करने से वंचित मरीजों को अब राहत मिलने जा रही है। ढाई साल बाद अस्पतालों में मरीजों के लिए आयुष दवाएं उपलब्ध होने जा रही हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आयुष दवाओं के लिए निर्धारित बजट ही जारी नहीं होने से यह दवाएं मिलना बंद हो गई थीं। जिला अस्पताल और जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुष यानि आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी की दवाएं उपलब्ध नहीं होने का मुद्दा आपके प्रिय अखबार हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद एनएचएम के अंतर्गत जनपद में आयुष दवाओं की उपलब्धता के लिए साढ़े बारह लाख रुपये का बजट जारी किया गया। जिला अस्पताल में कार्यरत आयुष चिकित्सक डॉ. शकील अहमद ने बताया कि दवाओं की आपूर्ति के लिए लखनऊ स्थित कार्पोरेशन से मांगे जाने पर दवाओं की सूची समेत इंडेंट तैयार करके भेज दिया गया है। अगले सप्ताह तक लखनऊ से दवाओं की खेप मुरादाबाद के लिए भेज दिए जाने की उम्मीद है।
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