आंदोलनकारी कर्मचारी उग्र, कई थानों की पुलिस पहुंची
मुरादाबाद। एक सौ दस दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण से हटाए जाने के विरोध में कर्मचारियों का आंदोलन उग्र हो गया। मंगलवार को...
मुरादाबाद। एक सौ दस दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण से हटाए जाने के विरोध में कर्मचारियों का आंदोलन उग्र हो गया। मंगलवार को मुरादाबाद कर्मचारी समन्वय समिति के बैनर तले आंदोलन की नए तरीके से शुरुआत हुई तो प्राधिकरण अफसरों से लेकर पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई।
मुरादाबाद कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष संदीप बडोला के नेतृत्व में एमडीए के साथ ही कई सरकारी विभागों के कर्मचारी मंगलवार को प्राधिकरण दफ्तर के गेट पर धरने पर बैठे। हटाए गए कर्मचारियों के परिजन भी धरने में शामिल हुए। कर्मचारी नेताओं ने एक सौ दस परिवारों की रोजी रोटी छीनने को लेकर प्राधिकरण अफसरों के खिलाफ जमकर गुस्सा जाहिर किया। मध्यान्ह बारह बजे धरने पर बैठे कर्मचारी और हटाए गए कर्मियों की पत्नी-बच्चे धैर्य खो बैठे। सभी लोग नारेबाजी करते हुए गेट से कार्यालय में पहुंच गए। बिल्डिंग के अंदर जमकर नारेबाजी से प्राधिकरण अफसरों और सुरक्षा कर्मियों में हड़कंप मच गया। थोड़ी देर बाद अध्यक्ष संदीप बडोला, सचिव सुबहान समेत समन्वय समिति के कुछ पदाधिकारी कार्यवाहक वीसी एवं प्राधिकरण के सचिव सर्वेश गुप्ता के कक्ष में पहुंचे। कर्मचारी नेताओं ने दो टूक कह दिया कि पंद्रह जनवरी की सुबह तक दैनिक वेतनभोगी कर्मियों की बहाली नहीं होने पर दोपहर को बेमियादी हड़ताल का ऐलान करके जिले के सभी विभागों में कामकाज पूरी तरह से ठप कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य, शहर की सफाई, रोडवेज बसों का संचालन समेत कई सेवाएं ठप कर दी जाएंगी। पंद्रह जनवरी को दोपहर में जिले भर के कर्मचारी प्राधिकरण कार्यालय में इकट्ठा होंगे। जहां से वह कमिश्नर दफ्तर तक बाइक रैली निकालेंगे। इसके बाद जिले भर में बेमियादी हड़ताल का ऐलान किया जाएगा। कार्यवाहक वीसी सर्वेश गुप्ता ने कर्मचारी नेताओं को सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया। आंदोलनकारी कर्मचारियों के दफ्तर परिसर से बाहर निकलते ही कई थानों की पुलिस पहुंच गई। समन्वय समिति के पदाधिकारी दोपहर को मंडलायुक्त से मिले और एमडीए के 110 कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर ज्ञापन दिया।
वाणिज्य कर, शिक्षा कर्मियों का भी समर्थन
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश की मंडल इकाई ने भी एमडीए से हटाए गए कर्मचारियों को तत्काल बहाल करने की आवाज उठाई है। संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने कमिश्नर से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया और मामले में तत्काल कार्यवाही करने का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल में मंडल अध्यक्ष जेपी मौर्य, मंडल मंत्री सैयद आसिफ हसन, श्रीकांत यादव आदि शामिल थे। उधर, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण कार्यालय के गेट पर दिन भर कर्मचारियों के नारे गूंजते रहे। संजय कुमार सत्संगी, वृंदावन दोहरे, हेमंत चौधरी, अशोक कुमार शर्मा आदि ने नेतृत्व किया।
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