Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़mix of sexual abuse creates stir in medical college shocking truth comes out

यौन शोषण के मेल से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप, सामने आया हैरान कर देने वाला सच

  • महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेज सद्दरपुर में यौन शोषण के सम्बंध में आए गुमनाम मेल का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इसी के साथ हैरान कर देने वाला सच सामने आया है। यहां एक छात्र ने अपने सीनियर से रैगिंग का बदला लेने के लिए मेडिकल कालेज को मेल भेजा था।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, अम्‍बेडकरनगर। हिन्‍दुस्‍तानWed, 18 Sep 2024 06:35 AM
share Share

महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेज सद्दरपुर में यौन शोषण के सम्बंध में आए गुमनाम मेल का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इसी के साथ हैरान कर देने वाला सच सामने आया है। यहां मेडिकल कालेज के एक छात्र ने अपने सीनियर से रैगिंग का बदला लेने के लिए मेडिकल कालेज को मेल भेजा था। इस मेल से हड़कंप मच गया था। कई लोग शक के दायरे में आ गए थे। पुलिस ने काफी जांच पड़ताल के बाद आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक ने घटना के त्वरित खुलासे के लिए पुलिस टीम को 10 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है।

बीते 13 सितम्बर को एक अज्ञात लड़की ने अपनी मेल आईडी से खुद को डीएमएलटी कोर्स के 2021-22 वर्ष की छात्रा बताते हुए मेडिकल कालेज की जेंडर हरेसमेंट कमेटी को मेल किया था कि कोर्स कोआर्डिनेटर प्रज्जवल यादव से उसकी दो वर्ष से रिलेशनशिप है। प्रज्जवल यादव का ट्रांसफर गाजीपुर हो गया है। प्रज्जवल ने उसकी आडियो-वीडियो का सहारा लेकर मेडिकल कालेज के एक बाबू के साथ सम्बंध बनाने के लिए ब्लेकमेल किया। उक्त ईमेल में छात्रा ने मेडिकल कालेज के सुधांशू, सुजीत, कपिल शुक्ला और डॉ आमोद कुमार को भी छात्रों के प्रति विकृत मानसिकता रखने का आरोप लगाया था।

प्रधानाचार्य के निर्देश पर जेंडर हरेसमेंट कमेटी द्वारा जांच शुरू करते हुए डीएमएलटी के समस्त छात्र/छात्राओं का बयान लिया, लेकिन किसी छात्र/छात्राओं ने स्वयं द्वारा मेल भेजने की बात नहीं कही। घटना के दूसरे दिन अलीगंज थानाध्यक्ष राजीव श्रीवास्तव ने इस बाबत उच्चाधिकारियों को जानकारी दी और सीओ टांडा शुभम कुमार के साथ मेडिकल कालेज पहुंच कर मेल हासिल किया। पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ ने हाई प्रोफाइल घटना की महत्ता को बढ़ाते हुए जनपद की सर्विलांस टीम को भी लगा दिया। 14 सितम्‍बर की देर रात में अलीगंज थानाध्यक्ष ने मेडिकल कालेज पहुंचकर मुख्य आरोपी को अभिरक्षा में ले लिया।

पुलिस 15 सितम्बर को मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य की तहरीर पर तीन कर्मचारी, एक छात्र और एक चिकित्सक को अभिरक्षा में लेते हुए जांच में जुट गयी। तीन-चार दिन के बीच अलीगंज थाना व सर्विलांस टीम ने पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच की तो उनके होश उड़ गये, क्योंकि जिस एस कुमारी के नाम से ई-मेल भेजकर मेडिकल कालेज के कर्मचारियों समेत मेडिकल कालेज को बदनाम करने का प्रयास किया गया वह कोई युवती नहीं बल्कि इसी मेडिकल कालेज के डीएमएलटी का 2022-23 बैच का छात्र शिव नारायण मौर्य पुत्र रामाश्रय मौर्य निवासी जनपद आजमगढ़ था। पूछताछ में उसने बताया कि सीनियर से रैगिंग का बदला लेने के लिए उसने इस घटनाक्रम को अंजाम दिया।

पुलिस टीम को 10 हजार का इनाम

अलीगंज थाना पुलिस ने शिव नारायण को अभिरक्षा में लेकर पहले से जांच का सामना करने वाले लोगों को उनके परिजनों को सौंप दिया और प्रधानाचार्य के दर्ज कराये गये मुकदमे में आईटी एक्ट व बीएनएस की धाराओं की बढ़ोत्तरी करते हुए मंगलवार को शिव नारायण मौर्य का चालान न्यायालय कर दिया। एसपी ने घटना के त्वरित खुलासे पर अलीगंज थानाध्यक्ष टीम व सर्विलांस टीम को दस हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है।

एसपी बोले

अम्‍बेडकरनगर के एसपी डॉ. कौस्‍तुभ ने बताया कि सीनियर छात्रों की रैगिंग से आहत छात्र ने वह मेल भेजा था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल व लैपटॉप को अभिरक्षा में लिया है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें