Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़मिर्जापुरSupply disrupted due to work boycott of electrical workers in the city for 11 hours

विद्युत कर्मियों के कार्य बहिष्कार से नगर में 11 घंटे से ठप रही आपूर्ति

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में सोमवार से विद्युत कर्मियों के अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले जाने से पूरी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पहले ही दिन चरमरा...

Newswrap हिन्दुस्तान, मिर्जापुरTue, 6 Oct 2020 03:12 AM
share Share

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में सोमवार से विद्युत कर्मियों के अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले जाने से पूरी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पहले ही दिन चरमरा गई। नगर की विद्युत आपूर्ति 11 घंटे ठप रही। इससे शाम के वक्त लोगों को पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ा। बिजली आपूर्ति ठप हो जाने से इनवर्टर भी फेल हो गए। इससे नगर के लोगों को शाम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नगर के जंगीरोड, सखौरा,मोर्चाघर, पथरहिया, लालडिग्गी जेलरोड, बरजीमुकुंदपुर आदि समेत छह उपकेंद्रों के फीडरों की विद्युत आपूर्ति सुबह लगभग दस बजे ही लड़खड़ा गई। सखौरा उपकेंद्र से पंप कैनाल समेत चार फीडर की आपूर्ति ठप होने से किसानों की धान के फसल की सिंचाई बाधित हो गई। वहीं पथरहिया रेलवे, कनौरा, अमोई फीडर, मोर्चाघर उपकेंद्र से टाउन नम्बर एक और दो फीडर, जंगीरोड उपकेंद्र से गुड़हट्टी,लालडिग्गी उपकेंद्र से लालडिग्गी की आपूर्ति बाधित हो गई। इसके अलावा विंध्याचल उप केंद्र से विंध्याचल,कालीखो और अष्टभुजा फीडर की बिजली आपूर्ति ठप रही। नगर आपूर्ति से जुड़े छह उपकेंद्रों के 14 फीडरों की बिजली आपूर्ति अमूमन दोपहर से ही ठप रही। बिजली आपूर्ति ठप होने से उमस भरी गर्मी में लोग बेहाल हो गए। एसी,कूलर,पंखा यहां तक की बिजली के बल्ब भी मुहं चिढ़ाते रहे। रात करवट बदल कर बिताई। बिलबिलाये उपभोक्ता विद्युत आपूर्ति ठप होने से शाम को अपने घरों से बाहर टहलते रहे। यही नहीं बरजीमुकुंदपुर और जेलरोड 33/11 उपकेंद्रों की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से बाधित रही।नगर के लोगों को शाम के वक्त पानी भी नहीं मिल पाया। रात को आठ बजे के करीब चंद मिनट के लिए नगर में बिजली आपूर्ति हुई, लेकिन तुरंत ही कट गयी। इससे लोगों को भारी दिक्कत हुई। पावर कारपोरशन प्रबंधन पर जम कर गरजे विद्युत कर्मीमिर्जापुर। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के विरोध में विद्युत कर्मचारी संघर्ष के शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर सोमवार से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू हो गया। विद्युत अधिकारियों, कर्मचारियों ने सुबह 10 से पांच बजे तक नगर के फतहा स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय के सामने धरना देकर सभा की। इस दौरान उपकेंद्रों पर झांकने तक नहीं गए। कर्मचारियों की हुई सभा में वक्ता प्रबंधन पर गरजे। साथ ही प्रबंधन पर हड़ताल थोपने का आरोप लगाया। वक्ताओं ने कहाकि विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने केवल कार्य बहिष्कार की घोषणा की है। जबकि प्रबंधन ने विद्युत उपेंद्रों पर वैकल्पिक कर्मचारियों की तैनाती कर अपनी हठवादी रवैये का परिचय दिया है। वक्ताओं ने दावा किया कि कर्मचारी एकता स्वरूप देश के लगभग 15 लाख विद्युत कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहे। सभा में कहा कि दो कर्मचारी नेताओं के बीच हुई दो राउंड की वार्ता बेनतीजा रही। आंदोलित कर्मचारियों ने प्रबंधन पर टकराव पैदा करने का आरोप लगाया।साथ ही कहाकि बिजली व्यवस्था में सकारात्मक सुधार में अपनी सहयोग का संकल्प दोहराया। इसके लिए सीएम आदित्यनाथ योगी से पहल करने की अपील की। कहाकि सिफ्ट ड्यूटी कर्मचारियों को कार्य बहिष्कार से अलग रखा गया है। अस्पताल, पेयजल के साथ ही आवश्यक सेवाओं बहिष्कार से अलग रखा गया है। कहाकि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि. का विघटन निजीकरण के साथ अन्य संस्थानों को हैंडओवर करने का विरोध किया। मुख्य वक्ता में इंजीनियर अवधेश मिश्र, एके सिंह, मनोज कुमार गुप्ता, मनोज कुमार यादव, ज्ञान प्रकाश सिंह, एसडीओ सुमित यादव, अनिल कुमार शुक्ल, सूरज शाह, आरके यादव,सुजीत पाल, गोविंद प्रसाद, एसपी गौतम, राजेश यादव, अभिषेक यादव जेई राम सिंह, शंभूनाथ, विनोध चौधरी आदि रहे। अध्यक्षता समिति के संयोजक अभय सिंह व संचालन रमन चतुर्वेदी ने किया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें