अब टोकन लेकर कर पाएंगे मां विंध्यवासिनी के दर्शन
मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में मंगलवार को श्री विंध्य पंडा समाज व्यवस्थापिका समिति के पदाधिकारियों की बैठक में मंदिर के कपाट को शीघऱ खोलने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान व्यवस्थापिका...
मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में मंगलवार को श्री विंध्य पंडा समाज व्यवस्थापिका समिति के पदाधिकारियों की बैठक में मंदिर के कपाट को शीघऱ खोलने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान व्यवस्थापिका समिति ने कार्य योजना तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है। यह समिति 48 घंटे के अंदर मंदिर खोलने के लिए कार्य योजना तैयार कर अध्यक्ष पंकज द्विवेदी को सौपेगी। इसके बाद पंडा समाज जिला प्रशासन के समक्ष कार्य योजना प्रस्तुत कर मंदिर खोलने का प्रस्ताव रखेगा। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए टोकन व्यवस्था लागू की जाएगी। जिला प्रशासन ने बीते आठ जून को पंडा समाज की संयुक्त बैठक में पंडा समाज से एक अच्छी कार्य योजना बनाने का अनुरोध किया था। कहा गया था कि उसी कार्य योजना के आधार पर मंदिर में दर्शन पूजन की व्यवस्था तय की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं में कोरोना का संक्रमण न फैलने पाए। इसके बाद एक पुरोहित कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया। इससे कुछ दिनों के लिए बैठक को टाल दिया गया था। मंगलवार को पंडा समाज के समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्य की बैठक में टीम गठित कर 48 घंटे के अंदर कार्ययोजना मांगी गयी है।
नि: शुल्क होगा टोकन सिस्टम
पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि मंदिर को खोलने के लिए 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। वह अपनी अच्छी कार्य योजना 48 घंटे के अंदर प्रस्तुत करेगी। वहीं मंदिर पर सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए टोकन सिस्टम से मां विंध्यवासिनी का दर्शन कराया जाएगा। जिन यात्रियों के साथ पुरोहित होंगे वह टोकन सिस्टम से दर्शन करा पाएंगे। सामान्य तरीके से आने वाले यात्रियों के लिए भी अच्छी और सुगम व्यवस्था की जाएगी। अध्यक्ष ने मां की झांकी खोलने के संबंध में बताया कि मंदिर का कपाट और झांकी एक साथ खोला जाएगा। टोकन व्यवस्था पूरी तरह निःशुल्क रहेगा।
गाइड लाइन के साथ कराया जाएगा दर्शन
विंध्य पण्डा समाज के मंत्री भानु पाठक ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मंदिर पर व्यवस्था रहेगी। दूर दराज से आने वाले भक्तों की सुरक्षा के साथ साथ हम सभी अच्छे कार्ययोजना के तहत मन्दिर पर व्यवस्था कराएंगे।
मंदिर पर सजावट और कीर्तन के बाद खोला जाएगा कपाट
बीते 22 मार्च से बंद मां विंध्यवासिनी के कपाट को पुनः खोलने की कवायद तेज हो गई है।मां का कपाट खोलने से पहले पण्डा समाज ने मां विंध्यवासिनी मंदिर की साफ-सफाई के साथ सजावट कराने के बाद कीर्तन कराने पर जोर दिया है। बैठक में कहा गया कि इसके बाद ही मंदिर का कपाट खोला जाएगा।
पांच सदस्यीय टीम में इन्हें किया गया है शामिल
विंध्य पंडा समाज व्यवस्थापिका समिति की तरफ से गठित की गयी पांच सदस्यीय टीम में रघुवर उपाध्याय ,शनि दत्त पाठक ,गौतम द्विवेदी ,प्रशांत द्विवेदी एवं लाल बहादुर गिरी को सम्मिलित किया गया है। इन्हें कार्य योजना बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है
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