देवी स्वरूप कन्या पूजन कर कराया भोजन दक्षिणा दे कर दी विदाई
विंध्याचल में शारदीय नवरात्र के दौरान भक्तों ने नवमी सिद्धदात्रि पर कन्या पूजन किया। स्नानध्यान के बाद, कुवांरी कन्याओं को आमंत्रित किया गया और उनका स्वागत किया गया। अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों में भी...
विंध्याचल, हिन्दुस्तान संवाद । शारदीय नवरात्र में विंध्याचल में रहकर नौ दिनों तक व्रत पूजन और अनुष्ठान करने वाले भक्तों ने नवमी सिद्धदात्रि अवसर पर मां को प्रसन्न करने के लिए कन्या पूजन कर व्रत अनुष्ठान का पारायण किया। सुबह स्नानध्यान करने के बाद नौ दिन के नवरात्र का कठिन व्रत देवी माता की कृपा से सरलता पूर्वक पूर्ण होने पर कुवांरी कन्या पूजन किया गया। कुवांरी कन्याओं 101, 51, 11 या यथा शक्ति आमंत्रित किया गया। देवी के बाल स्वरूप कन्याओं के आते ही उनके पांव जल से धो पोछ कर आसान पर बैठाया गया।
विंध्यचल मंदिर परिसर कॉरिडोर में यह क्रम चलता रहा। इसी प्रकार अष्टभुजा,कालीखोह मंदिरों के पास भी कन्या पूजन कर हलवा, पूड़ी, मिठाई आदि बड़े ही श्रद्धाभाव से परोसा गया। कन्याओं के भोजन करने के बाद उन्हें यथोचित दान-दक्षिणा देकर विदाई दी गई। इसी तरह दुर्गा पूजा पंडालों में भी कन्या पूजन कर उन्हें भोजन कराया गया।
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