कोहरे से मेमू रद, तूफान समेत कई ट्रेनें लेट
रेल प्रशासन ने कोहरे के चलते इलाहाबाद-मुगलसराय पैसेंजर को मंगलवार को निरस्त कर दिया। डाउन में तूफान मेल 20 घंटे विलंबित रही। अप एवं डाउन की अन्य एक्सप्रेस गाड़ियों की हालत खराब रही। ट्रेनों के विलंबित...
रेल प्रशासन ने कोहरे के चलते इलाहाबाद-मुगलसराय पैसेंजर को मंगलवार को निरस्त कर दिया। डाउन में तूफान मेल 20 घंटे विलंबित रही। अप एवं डाउन की अन्य एक्सप्रेस गाड़ियों की हालत खराब रही। ट्रेनों के विलंबित हो जाने से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों को मजबूरन अपना टिकट निरस्त करना पड़ा। इससे रेलवे को भी भारी आर्थिक क्षति हुई।
कोहरा शुरू होते ही नई दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हो गया है। मंगलवार को कोहरे के चलते इलाहाबाद से मुगलसराय के बीच संचालित मेमू पैसेंजर को निरस्त कर दिया गया। इससे इलाहाबाद से मुगलसराय के मध्य स्थित छोटे स्टेशनों के यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इनमें करछना, भीरपुर, मेजारोड, उंचडीह, माण्डा रोड, जिगना, गैपुरा, बिरोही आदि स्टेशनों के यात्रियों के लिए किसी ट्रेन की व्यवस्था नहीं की गयी। इन स्टेशनों के यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए मजबूरन रोडवेज की बसों व आटो की मदद लिए। अप में ब्रह्मपुत्र मेल 12 घंटे विलंबित रही। डाउन में तूफान मेल 20 घंटे, ब्रह्मपुत्र मेल साढ़े सात घंटे, जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस तीन घंटे, मूरी एक्सप्रेस आठ घंटे, सीमांचल एक्सप्रेस दो घंटे, कालका मेल दो घंटे विलंबित रही। इन ट्रेनों से यात्रा करने वाले कई यात्रियों को मजबूर अपना टिकट निरस्त करना पड़ा। इससे रेलवे को भी भारी आर्थिक क्षति हुई। रेलवे को विलंबित ट्रेनों के चलते पूरा किराया वापस करना पड़ा।
धनबाद रेल प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे यात्री
मिर्जापुर। धनबाद और वाराणसी रेल प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। वाराणसी कैंट स्टेशन पर निर्माण कार्यों के चलते मुगलसराय-वाराणसी होते हुए इलाहाबाद जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन कर दिया गया है। इससे यात्रियों की इसकी जानकारी न दिए जाने के कारण छह नवंबर से प्रतिदिन इस रूट की ट्रेनों को मिर्जापुर स्टेशन पर कंट्रोल के निर्देश पर रोककर यात्रियों को उतारना पड़ रहा है। इससे यात्रियों और रेलकर्मियों के बीच कभी विवाद भी हो रहा है। इसके बावजूद रेल प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए कोई खास इंतजाम नहीं कर पा रहा है।
सोमवार की रात में धनबाद से वाराणसी होते हुए कोल्हापुर जाने वाली दीक्षाभूमि एक्सप्रेस के मार्ग में परिवर्तन कर मुगलसराय से मिर्जापुर होते हुए छिवकी के रास्ते रवाना कर दिया गया। इससे कई यात्रियों को कंट्रोल के निर्देश पर ट्रेन रोककर मिर्जापुर स्टेशन पर उतारना पड़ा था। रेलवे के स्थानीय अफसरों का कहना है कि धनबाद स्टेशन पर ही यात्रियों को इसकी सूचना दे दी जाती कि यह ट्रेन वाराणसी की बजाय मिर्जापुर होते हुए कोल्हापुर रवाना की जाएगी तो यात्रियों को इस समस्या का सामना न करना पड़ता। यदि ट्रेन न रोकी जाती तो भारी हादसा भी हो सकता था। रेलकर्मियों का कहना है कि यह समस्या किसी एक दिन कि नहीं है बल्कि छह नवंबर से ही रांची लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, दानापुर-मुम्बई एक्सप्रेस, दीक्षाभूमि एक्सप्रेस का मुगलसराय से मिर्जापुर होते हुए परिचालन किया जा रहा है। इन ट्रेनों का ठहराव मिर्जापुर स्टेशन पर नहीं दिया गया है। इसके बावजूद जब कभी कंट्रोल से सूचना दी जाती है तब इन ट्रेनों को रोककर यात्रियों को उतारा जाता है। गोरखपुर-दुर्ग एक्सप्रेस और लोकमान्य तिलक-गोरखपुर एक्सप्रेस का परिचालन ही निरस्त कर दिया है। इन ट्रेनों का परिचालन अनिश्चित काल के लिए निरस्त किया गया है। रेलवे के स्थानीय अफसरों का कहना है कि जब तक वाराणसी में निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाएगा तब तक वाराणसी से इलाहाबाद गुजरने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहेगा।
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