विंध्यधाम में लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन पूजन
Mirzapur News - विंध्याचल,हिन्दुस्तान संवाद। गुप्त नवरात्र व महाकुम्भ में संगम स्नान के बाद मां विंध्यवासिनी देवी
विंध्याचल,हिन्दुस्तान संवाद। गुप्त नवरात्र व महाकुम्भ में संगम स्नान के बाद मां विंध्यवासिनी देवी का दर्शन-पूजन करने के लिए शुक्रवार को दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मां विंध्यवासिनी के दरबार में लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किए। शुक्रवार को भक्तों ने विधि-विधान से मां का दर्शन पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की। मां विंध्यवासिनी का पूजन-अर्चन भोर से ही शुरू हो गया और देर रात तक अनवरत चलता रहा। घंटा, घडि़याल, शंख व माता के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय रहा।
देवी उपासकों के लिए गुप्त नवरात्र का विशेष महत्व है। साधक इन नौ दिनों में मां विंध्यवासिनी देवी का पूजन, यज्ञ-अनुष्ठान नवरात्र की तरह ही करते हैं। विंध्याचल के पावन दरबार में वर्तमान समय में कई यज्ञ और अनुष्ठान चल रहे हैं। मां के दर्शन के लिए मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ रही। माघ मास में प्रतिपदा से अष्टमी व नवमी तक आठ दिवसीय अनुष्ठान होता है। चैत्र एवं आश्विन मास में प्रत्यक्ष नवरात्र होता है। माघ माह के शुक्ल पक्ष में गुप्त नवरात्र तांत्रिक लोग मनाते हैं।
वेदांताचार्य पंडित देवेन्द्र कुमार पांडेय ने बताया कि चैत्र मास के नवरात्र को वासंतिक, आश्विन नवरात्र को शारदीय, आषाढ़ मास के नवरात्र को आषाढीय तथा पौष मास के नवरात्र को गुप्त नवरात्र एवं माघ मास में माघी नवरात्र मनाया जाता है। गुप्त नवरात्र में साधक आराधना विशेष रूप से करते हैं। गुप्त नवरात्र में देवता, गंधर्व, यक्ष एवं किन्नर सभी लोग देवी की आराधना करते हैं। उनके साथ-साथ अब मानव समाज में भी इसका प्रचलन बढ़ रहा है। नवरात्र की तरह ही सब विधि-विधान गुप्त नवरात्र में भी किया जाता है। भक्तों को इसका फल भी उसी प्रकार से प्राप्त होता है। शुक्रवार को मां विंध्यवासिनी देवी का विधिवत दर्शन-पूजन करने के लिए लगभग पांच लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। भक्तों ने माला-फूल, चुनरी सहित प्रसाद आदि चढ़ाकर भक्ति-भाव से शीश झुकाया। मंदिर परिसर में भीड़ के चलते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।