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किसानों को शीघ्र जारी होगा बहुउद्देशीय गोल्डन कार्ड

मिर्जापुर में एग्रीस्टैक के तहत किसान रजिस्ट्री तैयार की जाएगी। इस योजना के तहत किसानों को गोल्डन कार्ड जारी होगा, जिसमें उनकी भूमि के अभिलेख और अन्य जानकारी होगी। इससे किसानों को राजस्व कार्यालयों के...

Newswrap हिन्दुस्तान, मिर्जापुरWed, 20 Nov 2024 12:11 AM
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मिर्जापुर, संवाददाता। एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रकचर फॉर एग्रीकल्चर) के अन्तर्गत फार्मर रजिस्ट्री तैयार कराया जाएगा। कृषि क्षेत्र के विकास के लिए यह योजना शुरु की गई है। इस योजना के तहत किसानों को गोल्डन कार्ड जारी किया जाएगा। इस कार्ड में किसानों के भूमि के सभी अभिलेखों के साथ ही अन्य सूचनाएं दर्ज होगी ताकि एक क्लिक करते ही सभी सूचनाएं स्क्रीन पर दर्ज हो जाए। इससे जहां शासन से संचालित योजनाओं का दोबारा लाभ लेने वालों पर नजर रखी जाएगी। वहीं किसानों को भी अब विभिन्न अभिलेखों के लिए राजस्व कार्यालयों का चक्कर नहीं काटना होगा। डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के तहत प्रदेश के कृषक विवरण को एग्री स्टैक के अन्तर्गत तैयार कर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में संकलित किया जायेगा। इस के लिए भारत सरकार की तरफ से भूलेख के डेटाबेस को समेकित कर प्रत्येक राजस्व ग्राम के प्रत्येक समान नाम व पिता के नाम वाले कृषकों के ऑनलाइन बकेट तैयार कर राजस्व को ऑनलाइन उपलब्ध कराया जायेगा। इसका प्रयोग कर राज्य स्तर से फार्मर रजिस्ट्री तैयार किया जाना है। फार्म रजिस्ट्री कार्य को समय से पूरा कराने के लिए जिले के राजस्व विभाग से 283 लेखपाल, कृषि विभाग से 56 कर्मचारी, पंचायत विभाग से 742 पंचायत सहायक व रोजगार विभाग से 105 रोजगार सेवकों की ड्यूटी राजस्व ग्रामवार लगायी गयी है। इसमें तहसील स्तर पर नोडल अधिकारी उप जिलाधिकारी तथा विकास खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी को नोडल नामित किया गया है। पर्यवेक्षण के लिए ब्लाक के सहायक विकास अधिकारी(कृषि) व सविअ(पंचायत) को जिम्मेदारी दी गई है।

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