मिल्कीपुर उपचुनाव 'सबसे बड़ा उपचुनाव', अखिलेश बोले-किसान, व्यापारी, युवा सभी भाजपा को हराने के लिए तैयार
- अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यह उपचुनाव निर्णायक क्षण होगा। पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का प्रतिनिधि समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार है जो उपचुनाव लड़ रहा है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को अयोध्या में पांच फरवरी को होने वाले मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को 'देश का सबसे बड़ा उपचुनाव' करार दिया। उन्होंने भाजपा को हराने का भरोसा जताया। यादव ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यह उपचुनाव निर्णायक क्षण होगा। पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का प्रतिनिधि समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार है जो उपचुनाव लड़ रहा है। मैं सभी पत्रकारों से इस ऐतिहासिक चुनाव को कवर करने की अपील करता हूं। इस तरह के अनोखे और महत्वपूर्ण उपचुनाव का लोकतंत्र पर पड़ने वाले प्रभाव के लिए अध्ययन किया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार से स्वतंत्र एवं पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने का आह्वान किया । भाजपा के घटते प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए यादव ने दावा किया, मिल्कीपुर में भी भाजपा अपनी पकड़ खो रही है। किसान, व्यापारी, युवा और महिलाएं सभी उन्हें हराने के लिए तैयार हैं। इस उपचुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ेगा। सपा अध्यक्ष ने राजनीतिक जोड़-तोड़ के खिलाफ आगाह करते हुये कहा, हमने देखा है कि सपा की मजबूत स्थिति के बारे में चर्चा करने से सत्ताधारी पार्टी सत्ता का दुरुपयोग कर सकती है। हालांकि, भाजपा को सत्ता से बाहर करने का लोगों का संकल्प अटल है।
उन्होंने कहा, वे संस्कृति की बात करते हैं, लेकिन बार के साथ पांच सितारा होटल बना रहे हैं। क्या अयोध्या के लिए भाजपा का यही विजन है? भाजपा ने मंगलवार को मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए चंद्रभान पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया, जबकि समाजवादी पार्टी ने फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है। सपा प्रमुख ने 2022 के विधानसभा चुनावों में मिल्कीपुर में अपनी पार्टी की जीत और फिर 2024 में फैजाबाद लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी की जीत का इस्तेमाल अक्सर योगी आदित्यनाथ सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए उन पर कुशासन और विभाजनकारी राजनीति का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा, वह उच्च-दांव वाले उपचुनाव की दौड़ में, भाजपा ने आदित्यनाथ के नेतृत्व में अभियान के लिए छह मंत्रियों को लगाया है, जिन्होंने हाल ही में अयोध्या का कई दौरा किया है। कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार न उतारकर समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है, जो 'इंडिया' गठबंधन का एक घटक है। मिल्कीपुर में उपचुनाव के लिये पांच फरवरी को मतदान होना है, और मतों की गिनती आठ फरवरी को होगी।