इंटिग्रेटेड टाउनशिप के गांवों की जमीन के नहीं बढ़ेंगे सर्किल रेट
जिला प्रशासन द्वारा बढ़ाये जा रहे जमीन के सर्किल रेट चार गांवों में प्रभावित नहीं होंगे, जहां प्रदेश की पहली इंटिग्रेटेड टाउनशिप विकसित की जा रही है। इन गांवों की जमीन विक्रय दर पहले ही निर्धारित की जा...
जिला प्रशासन द्वारा बढ़ाये जा रहे जमीन के सर्किल रेट उन चार गांवों में प्रभावित नहीं होंगे जिनमे प्रदेश की पहली इंटिग्रेटेड टाउनशिप विकसित की जा रही है। इन गांवों की जमीन विक्रय दर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी पहले ही निर्धारित कर चुकी है। मेडा दिल्ली रोड स्थित परतापुर और मोहिउद्दीनपुर गांव के बीच 300 हेक्टेयर जमीन पर प्रदेश की पहली इंटिग्रेटेड टाउनशिप विकसित होनी है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने ज़मीन खरीद करने के लिए 200 करोड़ रूपये की पहली किस्त भी मेडा को डे रखी है। टाउनशिप के लिए मोहिउद्दीनपुर, कायस्थ गांवड़ी, इकला और छज्जुपुर गांव की जमीन क्रय की जानी है। मेडा ने इन गाँवो के किसानों से सहमति के आधार पर जमीन खरीदने की सहमति ली हुई है। साथ ही मोहिउद्दीनपुर गांव के 14 किसानों की करीब 9 हेक्टेयर जमीन का बैनामा भी मेडा के पक्ष में हो चुका है। कायस्थ गांवड़ी गांव की जमीन पर भी किसानों से आपत्ति मांगी जा चुकी है। इसके चलते इन चारों गाँवो की जमीन के सर्किल रेट में परिवर्तन नहीं होगा।
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