Hindi NewsUttar-pradesh NewsMeerut NewsTribute to Kargil martyrs and their families at Subharti University

सुभारती में शहीदों का सम्मान, देशभक्ति में डूबी सुबह-शाम

Meerut News - -सुभारती विवि में कारगिल रजत जयंती समारोह में योद्धाओं ने सुनाए साहसिक किस्से -शहीद परिवारों

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठWed, 7 Aug 2024 01:38 AM
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सुभारती विवि के मांगल्य प्रेक्षागृह में सीटों पर बैठे श्रोता मौन थे। कारगिल की पहाड़ियों पर पाकिस्तानी सेना के हमले और उनका मुंहतोड़ जवाब देते भारतीय सैनिकों की शौर्य गाथा किसी फिल्म की तरह आगे बढ़ रही थी। बंकर पर ग्रेनेड हमले और गोलियों की बौछारों में अपने अंग और जान गंवाते सैनिकों का दर्द और देश की खातिर इस दर्द को भूलने के अदम्य साहस को जांबाज सैनिकों ने जैसे-जैसे बताया, दर्शकों की तालियां गूंजती गईं। मौका था सुभारती विवि में आयोजित कारगिल विजय दिवस के रजत जयंती समारोह के आखिरी दिन का। शुभारंभ मुख्य अतिथि मेजर जनरल आलोक बेरी, परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर संजय कुमार, जीओसी 22 डिव मेजर जनरल अनुपम अग्रवाल, डिप्टी जीओसी मेरठ सब एरिया ब्रिगेडियर निखिल देशपांडे, विवि कुलाधिपति डॉ.स्तुति नारायण कक्कड़, कुलपति मेजर जनरल डॉ.जीके थपलियाल, प्रतिकुलपति डॉ.हिमांशु ऐरन, विवि संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज, निदेशक लोकप्रिय अस्पताल एवं मार्स रिसॉर्ट डॉ.रोहित रविंद्र, सुभारती डिफेन्स एकेडमी निदेशक कर्नल राजेश त्यागी, अमित जोशी एवं अवनी कमल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सभी ने विवि में स्थापित कारगिल शहीद उपवन एवं आइएनए शहीद स्मारक में शहीदों को पुष्पांजलि भी अर्पित की। समारोह के अंत में डॉ.रोहित रविंद्र ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा हम सभी को अपने देश के लिए सैनिकों की तरह देशसेवा करनी चाहिए। डीएम दीपक मीणा भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

युद्ध से बचने को हमें भी शक्ति संपन्न होना होगा

शहीदों के परिवार सुभारती का परिवार हैं। युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है, लेकिन यदि युद्ध से बचना है तो हमें शक्तिशाली बनना होगा। हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहना होगा। दुश्मन केवल सीमाओं तक सीमित नहीं हैं। घर में भी दुश्मन हो सकता है। हमें ऐसे दुश्मनों से सावधान रहना होगा। हमारे सैनिक राष्ट्र रक्षा के लिए सीमा पर डटे हैं, लेकिन घर के अंदर के दुश्मन के लिए हमें तैयार रहना होगा। हरेक व्यक्ति को सैनिक बनना होगा। पहले खुद को अपडेट रखें। तभी विश्वगुरु बन सकेंगे। सुभारती परिवार शहीदों के परिवारों के साथ है और उनके लिए हर समय सेवा के लिए तत्पर रहेगा। यह सुभारती परिवार का सौभाग्य है कि हमें शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों को सम्मानित करने का गौरव मिल सका -डॉ.अतुल कृष्ण, संस्थापक, सुभारती समूह

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शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मान दें, सहायता करें

कारगिल युद्ध में शहीद वीर जवानों की याद अमिट बनाने को विवि में कारगिल शहीद स्मृति उपवन स्थापित किया गया है। आइएनए के शहीदों एवं स्वतंत्रता के बाद से अभी तक शहीद भारतीय सेनाओं के अमर शहीदों की स्मृति को अक्षुण्ण बनाने के लिए आइएनए शहीद स्मारक स्थापित है। देशवासियों का कर्तव्य है कि वह शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मान दें और उनकी सहायता करें।

- कर्नल राजेश त्यागी, निदेशक, सुभारती डिफेन्स एकेडमी

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--योगेंद्र यादव का फोटो

इन्होंने सुनाए शौर्य के किस्से

परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर संजय कुमार, सूबेदार मेजर एवं मानद कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव, ब्रिगेडियर उमेश बावा वीरता चक्र, ब्रिगेडियर ओपी यादव, सूबेदार मेजर शत्रुघन सिंह वीरता चक्र ने कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों में लड़े गए युद्ध को विभिन्न पहलुओं को साझा किया। योगेंद्र सिंह यादव ने कहा कि सेना के लिए कारगिल धाम है जहां देश के 547 बेटों ने अपने प्राण गंवाते हुए अदम्य साहस से स्वर्णिम इतिहास लिखा है। योगेंद्र सिंह यादव के अनुसार कारगिल युद्ध में शहीद होने वाले तीन सौ परिवारों से वह मिले। इन परिवारों में शहादत के वक्त किसी की पत्नी दो महीने की गर्भवती थी तो किसी की छह महीने की। किसी की शादी कुछ महीने पहले हुई थी। योगेंद्र सिंह यादव के अनुसार सैनिक अकेला युद्ध नहीं करता, उसके साथ परिवार और देश भी लड़ता है।

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इनको किया सम्मानित

मेजर जनरल आलोक बेरी, कुलाधिपति डॉ.स्तुति नारायण कक्कड़, संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण, कुलपति मेजर जनरल डॉ.जीके थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज, निदेशक लोकप्रिय अस्पताल डॉ.रोहित रविंद्र, कर्नल राजेश त्यागी, अमित जोशी एवं अवनी कमल ने शहीद यशवीर सिंह, शहीद जुबैर अहमद, शहीद सतपाल सिंह, शहीद योगेन्द्र सिंह, शहीद मनोज तलवार एवं शहीद सतीश कुमार के परिजनों को पगड़ी पहनाकर और स्मृति चिहृ प्रदान कर सम्मानित किया। सुभारती समूह ने प्रत्येक शहीद परिजन को एक-एक गोल्डन कार्ड दिया। इस कार्ड से शहीदों के परिजन सुभारती समूह द्वारा संचालित किसी भी सेवा का निशुल्क लाभ उठा सकेंगे।

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यह कार्य सराहनीय

मैं देशभर में विभिन्न कॉलेज एवं विवि में गया हूं, लेकिन सुभारती कैंपस का जो वातावरण देशसेवा एवं राष्ट्रीयता को पोषित करता है वह अन्य कहीं नहीं मिला। सुभारती विवि की युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना को बढ़ावा देने की विचारधारा, हम सैनिकों के मन को हौसला देती है कि देश की युवा पीढ़ी को सही मार्ग पर ले जाने का कार्य हो रहा है। यह काम सराहनीय है।

-मेजर जनरल आलोक बेरी

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डॉ.पंवार की कविता पर झूमे उठे दिल....

ओज के चर्चित कवि और अपने शब्दों में कारगिल के शहीद और उनके परिजनों का दर्द पिरोने वाले डॉ.हरिओम पंवार ने अपनी कविता से दर्शकों को झकझोर दिया। उन्होंने कारगिल पर अपनी चर्चित कविता सुनाकर दर्शकों की तालियां बटोरी।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने जीता

दिल, मंच पर उतरा हिन्दुस्तान

सुभारती फाइन आर्ट के विद्यार्थियों ने देशभक्ति और विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दिल जीत लिया। राजपुताना रेजीमेंट के आर्मी बैंड ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। संचालन डॉ.सीमा शर्मा एवं डॉ.निशा सिंह ने किया।

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देश की उन्नति में योगदान दें

विवि में कारगिल शहीद स्मृति उपवन द्वारा भारत माता के वीर सपूतों की याद हमेशा के लिये स्वर्णिम बन गई है। जिस तरह हमारे सैनिक देश की सरहदों पर हमारी रक्षा करते हैं, उसी प्रकार हम सभी देशवासी अपने कर्तव्य को निभाते हुए देश की उन्नति में अपना योगदान दें।

-डॉ.स्तुति नारायण कक्कड़ कुलाधिपति

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जीवन तरंगिणी का लोकार्पण

समारोह में विवि संस्थापक डॉ.अतुल कृष्णा की आत्मकथा जीवन तरंगिणी के प्रथम भाग का लोकार्पण भी हुआ। डॉ.अतुल कृष्ण ने कहा कि यह पुस्तक पांच खंडों में प्रकाशित होगी। वर्तमान खंड मेरे जन्म से लेकर वर्ष 1980 तक का है। उन्होंने यह पुस्तक शहीदों को समर्पित करते हुए कहा कि इसकी बिक्री से प्राप्त समस्त धनराशि को शहीद उपवन क्लब में दी जाएगी।

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ये रहे मौजूद

यशपाल सिंह, कुलसचिव ग्रुप कैप्टन (रिट.) एम याकूब, प्रतिकुलपति डॉ हिमांशु ऐरन, डॉ.निखिल श्रीवास्तव, डॉ.आरके घई, डॉ.वैभव गोयल भारतीय, डॉ.महावीर सिंह, डॉ.अभय शंकरगौड़ा, डॉ.पिन्टू मिश्रा, डॉ.भावना ग्रोवर, डॉ.मनोज कपिल, डॉ.एससी थलेड़ी, डॉ.रेणु मावी, डॉ.देशराज सिंह, डॉ.शिव मोहन, डॉ.मुकेश रुहेला, डॉ.शशिराज तेवतिया, डॉ.संदीप चौधरी, डॉ.मनोज त्रिपाठी, ई.आकाश भटनागर, विवेक तिवारी, समीर सिंह, राजकुमार सहित सभी शिक्षक, छात्र मौजूद रहे।

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