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छात्र-छात्राओं ने सीखे उद्यम-स्टार्टअप के गुर

Meerut News - सुभारती विवि में एफआईटीटी-आईआईटी के सहयोग से हुई कार्यशाला में छात्रों ने उद्यमिता और स्टार्टअप शुरू करने के गुर सीखे। हैकथॉन का उपयोग कर उद्यमी भावना को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। कार्यशाला में...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठSat, 11 Jan 2025 12:27 AM
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सुभारती विवि के अनुसंधान विकास प्रकोष्ठ और बहुविषयक अध्ययन एवं अनुसंधान केन्द्र द्वारा एफआईटीटी- आईआईटी के सहयोग से हुई कार्यशाला में छात्र-छात्राओं ने उद्यम एवं स्टार्टअप शुरू करने के गुर सीखे। ‘उद्यमी भावना को बढ़ावा देने के लिए हैकथॉन का लाभ उठाना‘ थीम पर हुई वर्कशॉप में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। शुभारंभ डॉ.प्राची बांगडे, मुस्कान महाला, प्रो.एपी गर्ग, डॉ.नेहा वर्मा, डॉ.पिंटू मिश्रा एवं डॉ.सोकिंद्र कुमार ने किया। डॉ.प्राची बांगडे ने कहा कि हैकथॉन से उद्यमियों को अपने विचारों का परीक्षण करने और उन्हें व्यवहार्य बनाने में मदद मिलती है। इससे उद्यमी अपने तकनीकी कौशल और रचनात्मकता का प्रदर्शन कर सकते हैं। मुस्कान महाला ने कहा कि उद्यमशीलता बदलाव, सृजनात्मक, निपुणता और परिवर्तन से जुड़ी है। उद्यमशीलता अनुसंधान और विकास प्रणाली में योगदान देकर राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है। हैकथॉन देश के युवाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण है।

प्रो.एपी गर्ग ने कहा कि वर्कशॉप का उद्देश्य छात्रों में उद्यमी बनने के गुण विकसित करना है। वर्कशॉप में वास्तविक समय भाषा अनुवाद उपकरण विकसित करना जो स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और विभिन्न भाषाएं बोलने वाले रोगियों के बीच चिकित्सा वार्तालापों को सटीक रूप से लिपिबद्ध और अनुवाद कर सके, रोगी कक्ष में विद्यमान टीवी का उपयोग करके इन-रूम डिजिटल सूचना प्रणाली विकसित करें अथवा एलेक्सा, गूगल होम, सिरी आदि जैसे स्मार्ट स्पीकर का उपयोग करके महत्वपूर्ण जानकारी प्रवेश की तिथि, डॉक्टर के आने का समय, उपचार योजना, डिस्चार्ज की पुष्टि की घोषणा, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को कागज आधारित चिकित्सा दस्तावेजों को डिजिटल प्रारूप में परिवर्तित करने में समय लेने वाली एवं त्रुटिपूर्ण मैनुअल प्रक्रिया से जुड़ी चुनौतियों का समाधान, एआई-संचालित उपकरणों के साथ बुजुर्ग देखभाल नर्सों को सशक्त बनाना, अपोलो हॉस्पिटल्स में अंतर्राष्ट्रीय मरीजों के लिए भाषाई और सांस्कृतिक अंतर को पाटने, संचार और देखभाल नेविगेशन को सुव्यवस्थित करने के लिए बहुभाषी, संदर्भ-जागरूक एआई बॉट विकसित करना और उपकरणों में बिजली की खपत से जुड़ी चुनौतियां सहित छह बिंदुओं पर चर्चा की गई। डॉ.नेहा वर्मा सहित सभी विद्यार्थी मौजूद रहे।

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