बोले मेरठ : समस्याओं के भंवर में फंसे वार्ड पांच के लोग
Meerut News - मेरठ के वार्ड पांच में लोग टूटी सड़कों और गंदगी के बीच जीने को मजबूर हैं। नालियों में गंदा पानी बहता है और सफाई व्यवस्था दयनीय है। बिजली के खंभे जर्जर हैं और नालियों की निकासी ठप है। बारिश में हालात...
मेरठ। नगर निगम के वार्ड पांच में करीब आठ इलाके हैं। यहां टूटी-फूटी सड़क और गंदगी के बीच लोग जी रहे हैं। गलियों में बहता नालियों का गंदा पानी, जगह-जगह फैली गंदगी ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। बरसात हो जाए तो मोहल्ले तालाब बन जाते हैं। नालियों में लगे खंभे जान के दुश्मन बने हुए हैं। कंकरखेड़ा में नगर निगम का वार्ड नंबर 5, जिसमें शिवलोकपुरी, चौक मोहल्ला, सदनपुरी, मेहंदी मोहल्ला, जस्सू मोहल्ला, मैथनिया मोहल्ला, न्यू शिवलोकपुरी और न्यू गोविंदपुरी क्षेत्र शामिल हैं। इन इलाकों में करीब पचास हजार लोग रहते हैं। इनमें 20 हजार के लगभग मतदाता हैं। पूरे वार्ड में साफ-सफाई से लेकर बुनियादी सुविधाओं की स्थिति दयनीय और चिंताजनक है। यह पूरा इलाका समस्याओं से घिरा हुआ है, जहां आम लोगों की रोज़मर्रा की जिंदगी कठिनाइयों से जूझती है। गलियों में फैली गंदगी, खंभों पर झूलते तार, चोक नालियां, टूटी सड़कें इस वार्ड के हालात बयां करते नजर आते हैं।
वार्ड की शुरुआत अंबेडकर रोड से होती है, यह मुख्य सड़क भी है और कई दूसरे रास्तों से जुड़ती है। एक तरफ जहां वार्ड पांच है तो दूसरी ओर वार्ड 21 है। इस सड़क के किनारे बना नाला कहीं छोटा, कहीं बड़ा तो कहीं एकदम गायब है। यह पूरी तरह गंदगी से अटा है।
शिवलोकपुरी होते हुए न्यू गोविंदपुरी पहुंचें तो वहां हालात बदतर हैं। यहां रहने वाले सुनील पार्चा, ताराचंद टांक और राकेश कुमार का कहना है कि गलियों में नालियों का गंदा पानी भरा रहता है। इनकी सफाई करने कोई नहीं आता, ना ही नालियों का ढलान सही बना है, जिससे गंदा पानी गलियों में भर जाता है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि गली में कई साल पहले बिजली के खंभे लगे थे, जिन पर आजतक तार नहीं खिच पाए। बिजली के तार लोगों के घरों पर लोहे के एंगल पर लगाए गए हैं। जो कभी भी हादसे का सबब बन सकते हैं।
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खंभों पर लाइट ना तार
न्यू गोविंदपुरी निवासी राकेश कुमार, डॉ. कूड़ेराम सिंह और सतीश भार्गव का कहना है कि इलाके में बिजली के खंभों की हालत बहुत खराब है। खंभे नीचे से पूरी तरह गल चुके हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं। इलाके में बिजली के तार खंभों पर झूलते हैं और लोगों की छतों को छूते हुए जा रहे हैं। कहीं भी एबीसी लाइन नहीं है। कई जगह नालों के बीच में ही खंभे लगा दिए हैं।
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चोक नालियां और उफनती गंदगी
पुष्पेंद्र भार्गव, अरुण और दीपक का कहना है कि यहां नालियों की हालत बहुत खराब है। नालियां चोक रहती हैं, गंदगी से अटी होने के कारण गंदा पानी गलियों में बहता है। सफाई व्यवस्था इतनी खराब है सड़कों पर कूड़ा पड़ा रहता है। नालियों का ढलाव ऐसा है कि बाहर जाने के बजाय गंदा पानी उल्टा गलियों में बहता है। एक भी नाली ऐसी नहीं जिसका पानी सही दिशा में जाता हो और निकासी सही हो।
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सड़कें अधूरी, समस्याएं पूरी
शुभम पार्चा, प्रशांत शाही और विनोद शाक्य वार्ड में टंकी चौराहे और उसके आसपास की सड़कें अधूरी बनी हैं, कासमपुर रोड तक सड़क पूरी तरह टूटी पड़ी है। इस रोड पर श्मशान भी है और यहां से रास्ता मुख्य सड़क पर मिलता है। टूटी-फूटी सड़कों पर चलना जंग लड़ने जैसा है। आए दिन यहां लोग गिरते हैं, वाहन फिसलते हैं और दुर्घटनाएं होती हैं। स्थानीय निवासी वर्षों से पूरी सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी आवाज़ जिम्मेदारों तक पहुंच नहीं पा रही।
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अंबेडकर रोड की बदहाली
अंबेडकर रोड की हालत भी किसी से छुपी नहीं है। एक तरफ वार्ड 5 है तो दूसरी तरफ वार्ड 21 है, लेकिन दोनों ही ओर नाला व नालियां जगह-जगह से टूटी पड़ी है। कूड़े से पूरा नाला अटा रहता है, जहां नालियां हैं उनकी निकासी की व्यवस्था एकदम खराब है। जिससे नालियों का गंदा पानी गलियों की ओर बहता रहता है। बरसात में हालात और भी खराब हो जाते हैं।
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पूरे वार्ड में नहीं सीवर लाइन
राजाराम गिरी, मोहम्मद आदिल और सतीशचंद का कहना है पूरे वार्ड में कहीं भी सीवर लाइन नहीं है। जगह-जगह फैली गंदगी और नालियों से निकले पानी का सड़कों पर बहना इलाके में सीवर लाइन का ना होना बड़ा कारण है। अगर कॉलोनी में सीवर लाइन डाली गई होती तो घरों की गंदगी नालियों में ना बहती। गंदगी की निकासी के लिए सही प्रबंध किए जाएं। न्यू गोविंदपुरी के लोगों का कहना है घरों से निकलने वाली गंदगी नालियों में बहती है। गंदगी की निकासी की व्यवस्था ना होना बड़ी समस्या है। जल्द नालियों की साफ-सफाई कराई जाए।
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गंदगी से लबालब भरा रहता है मुख्य नाला
वार्ड का मुख्य नाला गंदगी से लबालब भरा रहता है। नालियों की निकासी का ठोस प्रबंध नहीं होने से गंदा पानी रुक जाता है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ता है। यहां बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बुजुर्गों की सेहत खराब हो रही है।
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नीचे से खोखले हुए खंभे
कॉलोनी में बिजली के खंभों की हालत यह है कि कई खंभे नीचे से खोखले हो चुके हैं। कई खंभे ऐसे हैं जो तिरछे हो गए हैं। इन खंभों से कभी भी हादसा हो सकता है। कई जगह खंभों पर तार भी नहीं खींचे गए हैं। कई घरों में छोटे-छोटे बिजली के पोल लगे हैं, जिन पर तारों का जाल फैला है।
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डेयरियों का गोबर बड़ी समस्या
वार्ड के लोगों का कहना है कि इलाके में कई डेयरिया हैं, जिनका गोबर नालियों में बहता है। जिससे नालियां और नाले पूरी तरह अटे रहते हैं। एक तो गंदगी नालियों में बहती है, ऊपर से गोबर भी नालियों में आ जाता है। जिससे नालियां चोक हो जाती हैं।
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पार्षद का कहना
वार्ड के पार्षद सुखपाल निम्मी का कहना है कि टंकी वाली रोड को चार महीने में बनवा दिया जाएगा। यहां अंबेडकर रोड वाला नाला लोगों ने पाट रखा है, जिसके चलते सफाई की व्यवस्था खराब है। इलाके में डेयरियों के गोबर का इंतजाम नहीं है, जो नालियों में बहता है। श्मशान के पास ट्रांसफॉर्मर के नीचे गंदगी को हादसे के डर से कोई साफ नहीं करता। श्मशान रोड पर नाले से गंदगी निकलवाते रहते हैं, लेकिन निकासी नहीं होने के कारण स्थिति बदतर रहती है। समस्याएं बहुत हैं, जिनका समाधान का प्रयास करता रहता हूं। इलाका बहुत बड़ा है, धीरे-धीरे काम कराया जा रहा है।
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समस्याएं
- वार्ड में नालियों पूरी तरह चोक
- नालियों और नालों की निकासी नहीं है
- ढाल सही नहीं होने से नालियों का पानी उल्टी दिशा में बहता है
- बिजली के खंभे जर्जर हालत में हैं, कुछ पर तार तक नहीं
- इलाके में स्ट्रीट लाइटों की बड़ी समस्या
- बिजली के तार छतों से होकर जा रहे
- साफ-सफाई की व्यवस्था पूरे इलाके में सही नहीं
- सीवर लाइन भी पूरे वार्ड में कहीं नहीं
सुझाव
- वार्ड में नालियों की सफाई समय पर होनी चाहिए
- नालियों और नालों की निकासी की व्यवस्था सही की जाए
- सभी नालियों को दुबारा बनवाकर ढाल सही किया जाए
- जर्जर बिजली के खंभों को बदला जाए, एबीसी तार लगाए जाएं
- इलाके में सभी खंभों पर स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था की जाए
- छतों से होकर जा रहे बिजली के तारों को हटाया जाए
- साफ-सफाई की व्यवस्था सुचारू होनी चाहिए
- पूरे वार्ड में सीवर लाइन निकासी के साथ डाली जाएं
लोगों का दर्द
मोहल्ले में एक भी नाली ऐसी नहीं हैं जो गंदगी से भरी ना हो। नालियों का गंदा पानी निकलकर सड़क पर आ जाता है। - सुनील पारचा
कॉलोनी में वर्षों से बिजली के खंभे खड़े हुए हैं, लेकिन इन खंभों पर आज तक बिजली के तार नहीं खींचे गए हैं। - ताराचंद टांक
खंभों पर बिजली के तार नहीं खिंचने के कारण लोगों के घरों पर दीवारों के सहारे लगे एंगल और बांस पर लाइन जा रही है। - राकेश कुमार
बारिश के समय नालियों का गंदा पानी सड़क पर फैल जाता है, जिससे लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी होती है। - कूड़े राम सिंह
कॉलोनी में कई बिजली के खंभे नीचे से गलकर खोखले हो चुके हैं, साथ ही तिरछे हो गए हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं। -सतीश भार्गव
नालियों में गंदगी भरी रहती है, इनकी निकासी मानों पूरी तरह ठप हो चुकी है। नालियां गंदगी से पूरी तरह अटी रहती हैं। - अरुण
शिवलोकपुरी में सीवर लाइन बिछाई जाए और अम्बेडकर रोड के दोनों तरफ के नालों से अतिक्रमण हटाकर सफाई कराई जाए। - पुष्पेंद्र भार्गव
जाहरवीर पीर के पास रखे ट्रांसफार्मर के नीचे गंदगी पड़ी है। यहां पूजा करने वाले लोगों का निकलना भी दूभर हो जाता है। - शुभम पारचा
टंकी वाली रोड पूरी तरह टूटी पड़ी है, इसमें गहरे गड्ढे हो चुके हैं और लोग आए दिन वाहनों से गिरकर चोटिल होते रहते हैं। - दीपक भार्गव
टंकी वाली इस सड़क पर चलना मुश्किल होता है, नालियों का पानी भरने के बाद तो हालात और भी ज्यादा बदतर हो जाते हैं। -मोहम्मद आदिल
सड़क के किनारे नाले के बीच में खंभा लगा दिया गया है, जिससे करंट का डर बना रहता है, ऊपर से तार जा रहे हैं। -विनोद शाक्य
पीने के पानी के पाइप टूटे पड़े हैं, इनमें नालों का गंदा पानी पाइपों से होकर घरों में पहुंच रहा है, जिसे पीकर लोग बीमार हो रहे हैं। - राजाराम गिरि
कॉलोनी में सीवर लाइन नहीं है। घरों से निकली गंदगी नालियों में बहती है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के बीमार होने का खतरा है। -सतीश चंद्र
पूरे इलाके में सड़क पर बारिश के दौरान जलभराव हो जाता है। जिसके बाद लोगों का आना-जाना बहुत मुश्किल हो जाता है। -प्रशांत शाही
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