हनीट्रैप में फंसा ब्लैकमेल कर मांगी 50 लाख की रंगदारी, सात गिरफ्तार
मेरठ पुलिस ने हनीट्रैप के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह में शामिल दो महिलाओं समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने एक युवक को 50 लाख रुपये की...
मेरठ पुलिस ने हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह में शामिल दो महिलाओं समेत सात आरोपियों की गिरफ्तारी की है, जबकि कई अभी फरार हैं। आरोपी मेरठ और दिल्ली के रहने वाले हैं। खुलासा हुआ कि परतापुर निवासी युवक को झांसे में लेकर एक युवती को मिलने के लिए भेजा गया। इसके बाद युवक को कार में बंधक बनाकर हाईवे पर घंटों घुमाया और 50 लाख की रकम मांगी। रकम नहीं मिली तो गैंग के लोग परतापुर थाने में रेप का मुकदमा दर्ज कराने पहुंच गए। पुलिस को शक हुआ और छानबीन शुरू की गई। इसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। परतापुर के काशी गांव निवासी एक युवक के पास छह दिन पहले एक महिला का कॉल आया था। महिला ने युवक को बातों में फंसा लिया और अपना नाम शालू शर्मा निवासी दिल्ली बताया। मंगलवार को महिला युवक से मिलने मेरठ के परतापुर क्षेत्र में पहुंच गई। यहां से दोनों रिठानी के एक होटल पहुंच गए और शारीरिक संबंध बनाए। होटल के बाहर निकलते ही युवक को कुछ लोगों ने खुद को शालू के परिजन बताते हुए घेर लिया। इसके बाद इन लोगों ने युवक और शालू को स्विफ्ट कार में बंधक बना लिया। इन लोगों ने युवक से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। रकम नहीं देने पर रेप का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी गई, जिसके बाद 10 लाख रुपये देने पर सहमति भी बन गई। हालांकि पीड़ित के घर से कोई रकम लेकर नहीं आया तो आरोपियों ने उसे छोड़ दिया और परतापुर थाने पहुंच गए।
थाने में हनीट्रैप का खुलासा, आरोपी करते थे वसूली
परतापुर थाने पहुंचकर शालू शर्मा ने बताया कि वह यमुना नगर की निवासी है और परतापुर के युवक ने झांसे में लेकर मेरठ बुलाकर उससे रेप किया। बातचीत के दौरान दरोगा मोहित सक्सेना को शक हुआ। पुलिस ने युवक को बुलाया और दूसरी ओर होटल में जांच शुरू की गई। इस दौरान शालू के साथ भाई-भाभी बनकर आए दोनों लोग थाने से निकल भागे। पुलिस ने पीछा करके इन्हें परतापुर फ्लाईओवर के पास दबोच लिया। जांच शुरू हुई और पीड़ित को थाने लाकर पूछताछ की तो उसने अगवा करने और 50 लाख रुपये की रकम मांगने की बात बताई। इसके बाद खुलासा हुआ कि यह पूरा गैंग हनीट्रैप में फंसाकर लोगों से वसूली करता है। खुलासा हुआ कि शालू का असली नाम तो कुछ और है। उसके साथ एक अन्य महिला भी शामिल है जो उसकी भाई बनकर आई थी। वहीं भाई बनकर आए युवक का असली नाम आसिफ है।
कई राज्यों से जुड़े हनीट्रैप गैंग के तार, 50 से ज्यादा शिकार
पुलिस की जांच में हनीट्रैप गैंग का बड़ा खुलासा हुआ। पता चला कि दिल्ली, वेस्ट यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल समेत कई राज्यों में यह गैंग सक्रिय है। 50 से ज्यादा लोगों को यह गैंग हनीट्रैप में फंसाकर वसूली कर चुका है। इस गिरोह में कई महिलाएं और अलग अलग जिलों के लोग शामिल हैं। लोगों को झांसे में लेकर गैंग की महिलाएं यौन संबंध बनाती थी। इसके बाद पीड़ित को उठाकर मुकदमे की धमकी दी जाती और वसूली की जाती थी। हालांकि मेरठ में इस गिरोह का भंडाफोड़ हो गया।
स्थानीय युवक मदद करते थे
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन और व्हाट्सएप की जांच की। खुलासा हुआ कि आरोपियों ने थाने पर हंगामा करने और दबाव बनाकर मुकदमा दर्ज कराने के लिए अनिकेत निवासी कसेरूखेड़ा लालकुर्ती और दीपक निवासी गंगानगर (मूल निवासी थाना भोजपुर गाजियाबाद) को बुलाया था। इन लोगों ने अपने कुछ अन्य साथियों को भी थाने पहुंचने का मैसेज दिया था। ऐसे में इन दोनों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कुल मिलाकर दो महिलाओं समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। आकिल की तहरीर पर अपहरण, रंगदारी, धमकी देने समेत कई गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज किया है।
महिला ने बनवाया हुआ था फर्जी आधार कार्ड
महिला के पास से पुलिस ने तलाशी में शालू शर्मा नाम का आधार कार्ड बरामद हुआ। इस आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर बनाया गया था। पुलिस ने इस आधार पर बाकी धाराएं भी बढ़ाई हैं।
यह किया गया बरामद
एक स्विफ्ट कार, एक बाइक, सात मोबाइल, फर्जी आधार कार्ड
ये आरोपी गिरफ्तार
1. आसिफ निवासी बी-426 गली-8, राजीव नगर थाना हर्ष विहार पूर्वी दिल्ली
2. अनिकेत निवासी सैनिक कॉलोनी, कसेरूखेडा, थाना लालकुर्त्ती मेरठ
3. दीपक निवासी डीलना, थाना भोजपुर गाजियाबाद
4. फिरोज निवासी सी-306 राजीव नगर बैक कालोनी मंडौली, थाना हर्ष विहार दिल्ली
5. फहीम निवासी 8/जी शहीदनगर साहिबाबाद , गाजियाबाद
6. उपरोक्त के अलावा दो महिलाएं
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