मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने को निगम के चक्कर काट रहे लोग
कोरोना व अन्य बीमारियों से शहरभर में पिछले कई दिनों से लोगों की मौत हो रही हैं। अपनों का साथ छूटने से लोग परेशान हैं और इन हालात में नगर निगम में...
कोरोना व अन्य बीमारियों से शहरभर में पिछले कई दिनों से लोगों की मौत हो रही हैं। अपनों का साथ छूटने से लोग परेशान हैं और इन हालात में नगर निगम में मृत्यु प्रमाण के लिए भीड़ लग रही है। लोग परेशान हालत में यहां पहुंच रहे हैं और आसानी से नगर निगम से मृत्यु प्रमाण जारी नहीं हो पा रहे। हालांकि नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि दो से तीन दिन में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि 15-20 दिन तक चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
हिन्दुस्तान टीम ने बुधवार को पड़ताल की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। पिछले साल अप्रैल में 309 लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आवेदन मिले थे। इस साल अप्रैल में 684 लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन आए और जारी किए गए। हालांकि अभी 92 आवेदन पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाने बाकी हैं। लोगों का कहना है कि मृत्यु प्रमाण पत्र आसानी से जारी नहीं हो रहे। कई-कई दिनों तक चक्कर लगाने पड़ते हैं। नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि आवेदन के बाद दो से तीन दिनों में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है। कुछ मामलों में औपचारिकता पूरी नहीं होने के कारण आवेदन लंबित हो जाते हैं।
अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल अप्रैल-मई में मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदनों की संख्या बढ़ी है। पिछले साल अप्रैल में 309 मृत्यु प्रमाण पत्र मेरठ नगर निगम से जारी हुए थे। इस साल 684 जारी हुए। हर दिन 20 से 25 आवेदन जमा हो रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि 92 आवेदन लंबित हैं।
आसान नहीं मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाना :
घर में किसी सदस्य की मौत पर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाना मुश्किल कार्य है। पहले श्मशान की रसीद लेनी होती है। फिर आवेदन पर स्थानीय पार्षद की रिपोर्ट आवश्यक है। यदि रिपोर्ट न लगे और श्मशान से रसीद न लें तो मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं। लोगों का आरोप है कि कभी-कभी तो मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए भी कर्मचारी सुविधा शुल्क ऐंठ लेते हैं।
कोरोना संक्रमण से सहमे हैं अफसर-कर्मचारी :
कोरोना संक्रमण से नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी सहमे हुए हैं। कई कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। ऐसे में अफसरों से लेकर कर्मचारी तक पूरी सावधानी के साथ कार्य कर रहे हैं। कुछ कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ जा रहे हैं। नगर निगम की विभिन्न शाखाओं में कर्मचारियों की कमी भी कार्यों को तत्परता से कराने में आड़े आ रहे हैं।
प्वांइटर
पिछले साल अप्रैल में जारी हुई थे : 309 मृत्यु प्रमाण पत्र
इस साल अप्रैल में जारी हुए : 684 प्रमाण मृत्यु प्रमाण पत्र
मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए लंबित आवेदन : 92
हर दिन आवेदन जमा हो रहे : 20 से 25 तक
मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने में समय लग रहा : दो से तीन दिन
आ रही दिक्कत : कर्मचारी लगातार कोरोना संक्रमित हो रहे
कर्मचारियों की कमी : प्रमाण पत्र जारी करने में कर्मियों की कमी
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