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पालिका ने कराया पटरी दुकानदारों और दिहाड़ी मजदूरों का सर्वे

नगर में नगर पालिका ने शुक्रवार से अपने कर्मचारियों से शहरी क्षेत्रों में दैनिक रूप से ठेला, खोमचा, रेहड़ी आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों और दिहाड़ी...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठSat, 22 May 2021 04:01 AM
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मवाना। संवाददाता

नगर में नगर पालिका ने शुक्रवार से अपने कर्मचारियों से शहरी क्षेत्रों में दैनिक रूप से ठेला, खोमचा, रेहड़ी आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों और दिहाड़ी मजदूरों का सर्वे कराना शुरू कर दिया है। पात्र को एक हजार रुपये भरण-पोषण भत्ता दिया जाएगा। फिलहाल, एक माह के लिए यह योजना चलाई गई है। इस योजना का रिक्शा/ई-रिक्शा चालकों, पल्लेदारों, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि जैसे परंपरागत कामगारों को लाभ मिलेगा।

कोरोना के मद्देनजर सुरक्षा के लिए सरकार ने आंशिक लॉकडाउन लगाया हुआ है। इसका बुरा असर उन लोगों पर पड़ा है जो दिहाड़ी पर काम कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। इसी कारण सरकार ने उनकी मदद के लिए भी एक बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत दिहाड़ी पर काम करने वाले श्रमिकों, पटरी और फेरी दुकानदारों को जीवन यापन में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस संबंध में डीएम ने 19 मई को सभी अधिशासी अधिकारी और बीडीओ को जारी पत्र में कहा कि सर्वे कराकर एक हजार रुपये भरण पोषण भत्ता दिया जाए। पालिका के अधिशासी अधिकारी सुनील सिंह ने अपने कर्मचारियों को शुक्रवार को आदेश दिए कि नगर के 25 वार्डों में ठेला, खोमचा, रेहड़ी आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों का सर्वे किया जाये। सर्वे के दौरान क्षेत्रीय सभासद का सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह में सर्वे कार्य पूरा करके पात्र गरीब दिहाड़ी मजदूरों को एक हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता दे दिया जाएगा।

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