कोविड डयूटी में मरने वालों की नहीं हो रही कोई सुनवाई...
अभी तक जिले में कोविड डयूटी के दौरान कई कोरोना योद्धाओं की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने इनके क्लेम की फाइल मुख्यालय को भेज दी है। इसके बाद भी...
अभी तक जिले में कोविड डयूटी के दौरान कई कोरोना योद्धाओं की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने इनके क्लेम की फाइल मुख्यालय को भेज दी है। इसके बाद भी अभी तक इन फाइलों पर सरकार की मुहर नहीं लगी है।
सरकार ने यह घोषणा की है कि जिन कर्मचारी, अधिकारी की कोरोना डयूटी के दौरान निधन होता है उनके परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। जिन कोरोना योद्धाओं ने अपनी ड्यूटी के दौरान जान गंवा दी उनके परिवारों को शासन द्वारा घोषित 50 लाख का अनुदान आठ महीने बाद भी नहीं दिया गया है। कर्मचारी नेता सतीश त्यागी ने बताया कि मेरठ मेडिकल कालेज में कार्यरत सिसटर आशा त्यागी जिनका निधन पिछले साल सात सितंबर को कोविड डयूटी के दौरान हो गया था, उनके क्लेम के संबंध में अभी तक अनेक पत्र शासन एवं प्रशासन को लिखे हैं। इसके बाद भी शासन में कह रहे हैं कि हमने सभी कागज दिल्ली भेज दिए हैं। अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
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