सुभारती विवि ने मनाया अखंड भारत का स्वतंत्रता दिवस
मेरठ में सुभारती विवि में स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण ने कहा कि आजादी संघर्ष से मिलती है। मेजर जनरल बीडी वाधवा और कुलपति ने ध्वजारोहण किया। विभाजन की दास्तान सुनाते हुए...
मेरठ। आज़ादी भीख मांगने से नहीं बल्कि छीनकर प्राप्त की जाती है। नेताजी ने हमेशा संघर्ष के मार्ग को चुनकर देश सेवा की है। सरकार को 15 अगस्त को संकल्प एवं प्रार्थना दिवस के रूप में घोषित करना चाहिए ताकि उस दिन विखण्डित हुए भारत को पुनः जोड़ने का संकल्प लिया जाए। सुभारती विवि में सोमवार को मनाए गए अखंड भारत भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में ये बात संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण ने कही। समारोह के दौरान छात्रों ने प्रभात फेरी निकाल आजाद हिन्द के नायकों को याद किया। इस दौरान अपने संबोधन में डॉ.अतुल ने कहा कि आज ही के दिन 1943 में सिंगापुर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अखण्ड संपूर्ण भारतवर्ष को आजाद घोषित किया। उन्होंने भारत को अखण्ड राष्ट्र बनाने हेतु संयुक्त राष्ट्र ऑफ साऊथ एशिया के निर्माण का सूत्र दिया जिसमें प्रेम, करूणा, मैत्री, समानता, सद्भावना, समन्वय एवं राष्ट्रीयता के भाव से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका सब एक होकर विश्व में ऊर्जावान शक्ति के रूप में उभरेंगे।
ऐसे हुआ आगाज
मांगल्या प्रेक्षागृह में बतौर मुख्य अतिथि मेजर जनरल बीडी वाधवा एवं कुलपति मेजर जनरल डॉ.जीके थपलियाल ने आजाद हिन्द का ध्वजारोहण किया और सामूहिक आजाद हिन्द गान हुआ। 20 सिख रेजीमेंट, एनसीसी बटालियन, एनएसएस, सुभारती डिफेन्स एकेडमी एवं विवि में कार्यरत पूर्व सैन्य अधिकारियों ने परेड निकाल कर आज़ाद हिन्द ध्वज को सलामी दी। मेजर जनरल बीडी वाधवा, विभाजन विभीषिका से पीड़ित पीएल मेहता, हेमवती नन्दन बहुगुणा उत्तराखण्ड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ.एमएल भट्ट, सुभारती समूह संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण, कुलपति मेजर जनरल डॉ.जीके थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज,डॉ.संदीप कुमार, कर्नल राजेश त्यागी ने दीप प्रज्ज्वलन किया। फाइन आर्ट के छात्रों ने सरस्वती वंदना की।
सुनाई विभाजन की दास्तां
विभाजन विभीषिका से पीड़ित पीएल मेहता ने देश के बटवारे की दास्तां सुनाकर श्रोताओं को भावुक कर दिया। कहा कि देश के बंटवारे में लाखों लोगों की जान गई। उनके परिवार के सदस्यों की इस त्रासदी में जानें गई। पाकिस्तान से भारत आने के दौरान हुई मारकाट में किसी तरह उनकी जान बच गई। हमारे देश को बलिदानों के रक्त ने सींचा है। छात्रों का कर्तव्य है कि वह अपने क्रान्तिकारियों से प्रेरणा लेकर देश को सशक्त बनाने का कार्य करें। मेजर जनरल बीडी वाधवा ने कहा कि आज का दिन इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। सुभारती विवि ने जिस तरह नेताजी के सपनों को साकार करने का काम किया है वह पूरे देश के लिये प्रेरणादायी है। संस्कार एवं राष्ट्रवाद से ही देश का उत्थान होगा। कुलपति मेजर जनरल डॉ.जीके थपलियाल ने कहा कि विवि विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ सेवा, संस्कार एवं नैतिक मूल्यों को रोपित कर राष्ट्र चरित्र निर्माण कर रहा है। डॉ.एमएल भट्ट ने एकता के साथ एक राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ने को प्रेरित किया।
छात्र-छात्रााअें ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
ईश्वर चन्द्र विद्यासागर स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति से जुड़ी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। फाइन आर्ट एवं योगा कॉलेज के छात्रों ने प्रस्तुतियों से मन मोह लिया। विजेता विद्यार्थी सम्मानित किए गए। नेताजी पर केंद्रित फ़ोटो प्रदर्शनी हुई। बीटिंग द रीट्रीट के बाद ध्वज सुरक्षित किया गया। डॉ.संदीप कुमार, मनदीप, आस्था, समन, रुद्रांशी, आंचल, अदीना, अनुष्का, शिब्बनलाल स्नेही, डॉ.देशराज सिंह, अमनदीप सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह, अशोक टकसालिया, हिमांशु सिद्धांत, डॉ.किरण सिंह, डोरी लाल भास्कर मौजूद रहे।
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