Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़मेरठNegligence on Delhi-Meerut Expressway Toll Staff Accused in Fatal Scooter-Car Collision

डीएमई पर मां-बेटे की मौत में टोल मैनेजर समेत दो आरोपी बनाए

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गलत दिशा में दौड़ रही कार से टक्कर के कारण मां-बेटे की मौत हो गई। पुलिस ने टोल मैनेजर और कर्मचारी को आरोपी बनाया है। सीसीटीवी फुटेज में टोलकर्मियों की लापरवाही स्पष्ट हुई।...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठThu, 15 Aug 2024 01:55 AM
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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 21 जुलाई की रात गलत दिशा में दौड़ रही कार की टक्कर से स्कूटी सवार मां-बेटे की मौत के मामले में पुलिस ने परतापुर स्थित काशी टोल के मैनेजर और कर्मचारी को आरोपी बनाया है। पुलिस का कहना है कि एनएचएआई ने एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहन प्रतिबंधित किए हुए है। इसके बावजूद टोलकर्मियों की लापरवाही से स्कूटी सवार मां-बेटा एक्सप्रेसवे पर चढ़े और हादसे का शिकार हो गए। थाना मधु विहार दिल्ली के वेस्ट विनोद नगर निवासी 20 वर्षीय यश गौतम 21 जुलाई को 40 वर्षीय मां मंजू के साथ गुरु पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने के लिए स्कूटी से हरिद्वार गया था। शाम करीब आठ बजे जैसे ही वह वेव सिटी थानाक्षेत्र में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर महरौली अंडरपास के ऊपर पहुंचा तो सामने से गलत दिशा में आ रही कार ने स्कूटी में टक्कर मार दी। हादसे में यश और उसकी मां की मौत हो गई थी। पुलिस ने घटना के बाद ही विजयनगर सेक्टर-23 की टीचर कॉलोनी निवासी आरोपी कार चालक देवदत्त को हिरासत में ले लिया था। देवदत्त क्लीनिक चलाता है। घटना के वक्त वह पत्नी के साथ था। वह भोजपुर टोल प्लाजा से मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़ा था। उसे विजयनगर जाने के लिए डासना कट से एनएच-नौ पर उतरना था, लेकिन गलती से मेरठ एक्सप्रेसवे पर चलता गया। शाहपुर बम्हैटा अंडरपास के ऊपर गलती का अहसास होने पर देवदत्त ने मेरठ एक्सप्रेसवे पर ही कार मोड़कर उल्टी दिशा में दौड़ा दी थी। घटना के संबंध में यश के मामा की शिकायत पर वेव सिटी पुलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का केस दर्ज किया था।

फुटेज से स्पष्ट हुई टोलकर्मियों की लापरवाही

पुलिस के मुताबिक एक्सप्रेसवे पर दोपहिया और तीन पहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित है, जबकि गलत दिशा में वाहन दौड़ाना भी दंडनीय अपराध है। हरिद्वार से दिल्ली लौटते वक्त स्कूटी सवार मां-बेटा प्रतिबंधित होने के बावजूद मेरठ में एक्सप्रेसवे पर चढ़ गए। एसीपी का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे चेक करने पर पता चला कि हरिद्वार से लौटते वक्त स्कूटी सवार मां-बेटा मेरठ के परतापुर स्थित काशी टोल प्लाजा से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़े थे। एसीपी वेव सिटी पूनम मिश्रा का कहना है कि एनएचएआई के प्रतिबंध के बावजूद टोलकर्मियों ने दोपहिया वाहन को एक्सप्रेसवे पर आने दिया। इसी के चलते टोलकर्मी प्रवीन और टोल मैनेजर प्रमोद धनखड़ को केस में आरोपी बनाया गया है। जल्द ही टोलकर्मी, टोल मैनेजर और आरोपी कार चालक के खिलाफ कोर्ट में आरोप-पत्र कोर्ट में दाखिल किया जाएगा।

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