Murder Case Muskaan and Sahil Charged in Saurabh s Death Planned Killing Over Affair तंत्र क्रिया नहीं, अवैध संबंधों में बाधक बनने पर किया सौरभ का कत्ल, Meerut Hindi News - Hindustan
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तंत्र क्रिया नहीं, अवैध संबंधों में बाधक बनने पर किया सौरभ का कत्ल

Meerut News - मेरठ में सौरभ हत्याकांड में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है जिसमें मुस्कान और साहिल को दोषी माना गया है। हत्या की योजना नवंबर 2024 से बनाई गई थी और हत्या के बाद लाश को सीमेंट में छिपाने का प्रयास किया...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठTue, 13 May 2025 04:34 AM
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तंत्र क्रिया नहीं, अवैध संबंधों में बाधक बनने पर किया सौरभ का कत्ल

मेरठ, प्रमुख संवाददाता। पुलिस ने सौरभ हत्याकांड में चार्जशीट कोर्ट में सोमवार को दाखिल की और मुस्कान-साहिल को दोषी माना है। खुलासा किया है हत्याकांड को तंत्र क्रिया नहीं, बल्कि साहिल और मुस्कान ने अवैध संबंधों में बाधक बनने पर अंजाम दिया। मुस्कान और साहिल ने नवंबर 2024 से ही सौरभ की हत्या की प्लानिंग कर ली थी। गूगल पर हत्या करने और लाश छिपाने के तरीके मुस्कान ने खोजे थे। मुस्कान ने साहिल को तैयार करने के लिए हर तरह का हथकंडा अपनाया। हत्या के बाद आरोपियों ने लाश को टुकड़ों में कर गंगानगर के नाले में फेंकने की योजना बनाई लेकिन बात नहीं बनी।

एक फिल्म की तर्ज पर शरीर के टुकड़े किए और नीले ड्रम में सीमेंट के साथ लाश को डालकर जमा दिया। पुलिस ने केस डायरी और चार्जशीट में दिखाया है सौरभ लंदन में एक बेकरी में काम करता था, पत्नी मुस्कान और छह साल की बेटी पीहू मेरठ के ब्रह्मपुरी में इंदिरानगर में किराये के मकान में रहते थे। मुस्कान नौवीं कक्षा पास थी और साहिल उसके साथ पढ़ा था। सौरभ के विदेश जाने के बाद साहिल और मुस्कान में अवैध संबंध बन गए और दोनों अक्सर घर पर साथ ही रहते थे। सौरभ का पासपोर्ट एक्सपायर होने वाला था, इसलिए 24 फरवरी 2025 को वह लंदन से मेरठ आया। इससे पहले ही साहिल और मुस्कान ने सौरभ की हत्या की प्लानिंग कर ली। 3 मार्च की रात मुस्कान और साहिल ने मिलकर सौरभ की हत्या की। कत्ल से पहले बेटी पीहू को मुस्कान ने अपनी मां के घर भेज दिया। लाश छिपाने के लिए पहले से योजना बनाई थी और लाश को ड्रम में सीमेंट में जमाकर हिमाचल फरार हो गए। 17 मार्च को दोनों वापस आए और 18 मार्च को मुस्कान से उसकी बेटी पीहू ने पापा सौरभ से बात कराने की जिद की। इसके बाद मुस्कान टूट गई और परिजनों के सामने सौरभ की हत्या की बात कबूली थी। मुस्कान को पिता प्रमोद रस्तोगी और मां कविता ने पुलिस के हवाले किया। प्रमोद और कविता रस्तोगी के बयान पुलिस ने केस डायरी में दर्ज किए हैं। पहले सूटकेस में लाश लगानी थी ठिकाने पुलिस ने 25 मार्च को सौरभ के घर फोरेंसिक टीम के साथ दोबारा छानबीन की। अलमारी में छिपाकर रखा गया एक सूटकेस मिला। सूटकेस में अंदर खून लगा था और मांस का टुकड़ा था। तीन मार्च की रात सौरभ की हत्या के बाद सूटकेस में सौरभ का सिर काटकर रखा गया और बंद करने का प्रयास किया लेकिन सूटकेस टूट गया। आरोपियों की प्लानिंग थी टुकड़ों में लाश को ठिकाने लगाना है। एक बैग में सिर रखकर साहिल, सौरभ के कटे सिर को अपने घर ले गया। बात नहीं बनी तो अगले दिन चार मार्च को साहिल, मुस्कान ने सीमेंट, ड्रम खरीदकर सौरभ की लाश को सीमेंट के घोल से जमा दिया था। सूटकेस को फोरेंसिक लैब भेजा गया था। खून से सनी चादर और सूटकेस को मुस्कान ने बेड के अंदर छिपा दिया था, जिसे बाद में बरामद किया गया था। साहिल के घर मिले थे तंत्र क्रिया के सबूत साहिल के घर तांत्रिक पूजा के साक्ष्य और दीवारों पर अलग तरह की तस्वीरें पुलिस को मिली थी। सौरभ की हत्या के बाद उसका सिर काटकर साहिल अपने घर लेकर आया था। शुरू में आशंका थी तंत्र क्रिया के लिए कटा सिर लेकर साहिल घर आया था। पुलिस ने जांच में ऐसा कोई खुलासा नहीं किया है। पुलिस का दावा है शव को टुकड़ों में ठिकाने लगाने की साजिश थी। तंत्र क्रिया जैसा कुछ नहीं हैं। कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट ब्रह्मपुरी इंस्पेक्टर और सौरभ हत्याकांड के जांच अधिकारी रमाकांत पचौरी ने सीजेएम कोर्ट में सोमवार को चार्जशीट दाखिल की। जज के छुट्टी पर होने के कारण चार्जशीट को कोर्ट-4 एडिशनल जज अनुज कुमार ठाकुर के समक्ष पेश किया। इसके बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। सौरभ हत्याकांड की चार्जशीट 54 दिन बाद कोर्ट में दाखिल की गई। गुलाबी रंग के कवर में करीब 1000 पन्नों की चार्जशीट को कोर्ट लाया गया था। चार्जशीट में लिखा गया है हत्याकांड का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है। सौरभ की हत्या तंत्र-मंत्र में नहीं, बल्कि लव अफेयर में की गई। स्नैपचैट रिकॉर्ड, मैसेज और कॉल डिटेल भी चार्जशीट का हिस्सा हत्याकांड का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है। केस को मजबूत करने के लिए साहिल और मुस्कान की कॉल डिटेल, दोनों के हिमाचल में एक साथ लोकेशन, इंस्टाग्राम पर डाली वीडियो और फोटो को भी केस डायरी का हिस्सा बनाया है। मुस्कान-साहिल की स्नैपचैट रिकॉर्ड को केस डायरी में लगाया है। कुछ डिलीट किए मैसेज को रिकवर करने के लिए फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। जिन 4 मजदूरों को बुलाकर पुलिस ने ड्रम कटवाकर लाश निकलवाई थी, उनके बयान भी नोट किए गए हैं। मुस्कान के परिजनों और कैब चालक समेत इनके हुए बयान पुलिस ने केस की विवेचना के दौरान मुस्कान-साहिल के बयान शामिल किए हैं। मुस्कान की मां कविता रस्तोगी, पिता प्रमोद रस्तोगी, भाई, बहनों के बयान शामिल किए हैं। सौरभ के माता-पिता और भाई बबलू उर्फ राहुल का बयान लिया है। राहुल मुकदमे में वादी भी है। साहिल और मुस्कान को हिमाचल ले जाने वाले कैब चालक अजब सिंह, दवा देने वाले खैरनगर के दवा व्यापारी उषा मेडिकल स्टोर संचालक अमित कौशिक, चाकू बेचने वाले सिंघल बर्तन भंडार का संचालक, घंटाघर पर ड्रम विक्रेता सिराजुद्दीन अहमद और शारदा रोड पर नेशनल सीमेंट दुकान के संचालक के बयान भी विवेचना में शामिल किए हैं। मुस्कान को दवा लिखने वाले डॉक्टर देशवाल, मुस्कान-सौरभ के मकान मालिक ओमपाल के भी बयान लिए हैं। शिमला, मनाली और कसौल में मुस्कान-साहिल जिन होटलों में गए थे, उन होटल संचालकों के बयान लिए हैं। --------------------------------------- 18 मार्च को मुस्कान-साहिल ने बरामद कराई थी सौरभ की लाश 18 मार्च को हत्याकांड का खुलासा होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले मुस्कान और साहिल को हिरासत में लिया। दोनों से पूछताछ की गई और बयान रिकार्ड किए गए। दोनों ने जिस तरह हत्या करना बताया और लाश को जहां छिपाना बताया उसी तरह पुलिस ने लाश बरामद की। लाश को रात करीब आठ बजे घर से 12 पुलिसकर्मियों की टीम ने जैसे-तैसे करके निकाला था और मोर्चरी भिजवाया था। चार लोगों की टीम ने फोरेंसिक यूनिट के साथ मिलकर ड्रम को काटकर सीमेंट के अंदर जमी लाश को निकाला था। रात को ही पोस्टमार्टम कराया गया। डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया था। ---------------------------------------------- मुस्कान ने सौरभ को बेहोश करने के लिए वैनॉजोलम दवा दी मुस्कान ने खैनगर के ऊषा मेडिकल स्टोर से वैनॉजोलम दवा खरीदी थी। स्टोर संचालक ने पुलिस को बताया मुस्कान किसी बुजुर्ग के साथ स्कूटी पर आई थी। जांच में पता चला बुजुर्ग, सौरभ-मुस्कान के मकान मालिक ओमपाल थे। दवा विक्रेता ने बताया मुस्कान डॉक्टर का पर्चा मोबाइल में लाई थी और उसी को देखकर दवा दी गई। पुलिस पूछताछ में मकान मालिक ओमपाल ने बताया मुस्कान ने तबीयत खराब होने की बात कही थी, जिसके बाद स्टोर पर दवा दिलाने लेकर गया था। इसके बाद मुस्कान को घर छोड़ दिया था। ओमपाल ने कहा कि वह एक से 17 मार्च तक अपने गांव गए थे।

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