24 घंटे की बारिश से नगर निगम की खुली पोल, कई जगह जलभराव
- कोरोना कर्फ्यू में युद्धस्तर पर नाला सफाई का किया जा रहा दावा - नए
मेरठ। मुख्य संवाददाता
24 घंटे की बारिश में शहर के नाले, नालियों की सफाई की पोल खुल गई। साथ ही ट्रेलर भी दिख गया कि इस तरह की बारिश में जब यह हाल है तो मानसूनी बारिश में शहर का क्या हाल होगा। ब्रह्मपुरी, भगवतपुरा से लेकर लिसाड़ी गेट क्षेत्र में जलभराव हो गया। सड़कें धंस गई। कई स्थानों पर नए बने नालों से भी जलभराव की स्थिति हो गई। हालांकि गुरुवार दोपहर बारिश का पानी निकल गया। उधर, नगर आयुक्त मनीष बंसल ने निगम अधिकारियों के साथ शहर के कई इलाकों का जायजा लिया।
तौकते की बारिश से मई के महीने में शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति हो गई। तेजगढ़ी चौराहे पर बने सार्वजनिक शौचालय के पास जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने से जलभराव हो गया। लोगों का आना-जाना बंद हो गया। इसी तरह लिसाड़ी गेट क्षेत्र में बारिश के कारण सड़क धंस गई। कांच के पुल के पास हाल में ही सड़क निर्माण हुआ था, लेकिन बारिश ने सड़क को खोखला कर दिया। मेरठ कालेज के पास भी जलभराव की स्थिति हो गई। इसी तरह थापरनगर, ब्रह्मपुरी, दिल्ली रोड समेत कई इलाकों में जलभराव हो गया। दोपहर बाद धीरे-धीरे जलनिकासी हो पाई।
--------------------
नालों पर अतिक्रमण देख नाराज हुए नगर आयुक्त
नगर आयुक्त मनीष बंसल आगामी तैयारियों को लेकर जलभराव की समस्या का जायजा लेने निकले। तीनों प्रमुख बड़े नाले आबू नाला-1, आबू नाला-2 व ओडियन नाले की सफाई का कार्य भी उन्होंने गुरुवार से प्रारंभ कराया। साथ ही सभी सफाई निरीक्षकों को चेतावनी दी कि मानसून से पहले सभी छोटे नालों की सफाई कराई जाए। यदि किसी निचले क्षेत्र में जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है तो इस संबंध में मुख्य अभियंता पम्प सेट लगाकर जलभराव की समस्या का निस्तारण कराएं। नगर आयुक्त ने ओडियन नाले (पिलोखड़ी पुल से लेकर कमेला पुल तक) की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। नाले के किनारे अवैध अतिक्रमण पर कड़ी नाराजगी जताई गई। जोनल प्रभारी गजेन्द्र सिंह ने नालों पर अतिक्रमण के कारण सफाई कार्य में बाधा उत्पन्न होने की बात कही। इस पर मुख्य अभियंता को सारे संसाधन लगाकर सफाई कराने को कहा गया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।