मेरठ : एमबीबीएस की फर्जी डिग्री बेचने वाला गिरोह दबोचा, दो गिरफ्तार
Meerut News - मेरठ पुलिस ने एमबीबीएस कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने एक युवती से छह लाख रुपये ठगे थे। पुलिस को आरोपियों के पास से...

मेरठ/सरधना। कजाकिस्तान, रोमानिया और रूस समेत कई देशों से एमबीबीएस कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड मेरठ पुलिस ने किया है। गिरोह के दो सदस्यों की गिरफ्तारी की है। आरोपियों ने रोमानिया से एमबीबीएस कराने के नाम पर मेरठ के सरधना निवासी युवती से छह लाख रुपये हड़प लिए थे। शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपियों से विदेश और देश में अलग अलग राज्यों के 15 विश्वविद्यालय का डाटा लैपटॉप में मिला है। गिरोह के तार लखनऊ और दिल्ली समेत कई अन्य बड़े शहरों से जुड़े हैं। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। सरधना निवासी अर्पित जैन पुत्र मुकेश जैन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी भतीजी को रोमानिया से एमबीबीएस कराने और डिग्री देने का झांसा दिया गया। 15 लाख रुपये में बात तय हुई और आरोपियों को 5.80 लाख रुपये दिए गए। इसके बाद पता चला यह गिरोह छात्रों को इसी तरह झांसे में लेकर ठगी करता है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर स्वाट टीम को सूचना दी। स्वाट टीम ने गाजियाबाद के विजयनगर गौर सिटी द्वितीय ब्लाक सी-12 एवेन्यू निवासी सूरज प्रकाश को गिरफ्तार किया। उसके पास से मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की एमबीबीएस की माइग्रेशन सर्टिफिकेट, अंक तालिका एवं डिग्री बरामद की गई। ये डिग्री अयाज नफीस पुत्र नफीस अहमद के नाम से जारी की गई थी। पुलिस ने जांच कराई तो यह डिग्री फर्जी निकली। पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल बरामद किया, जिसमें कई विद्यार्थियों का डाटा मिला। इन सभी को फर्जी डिग्री दिए जाने के साक्ष्य मिले।
कई यूनिवर्सिटी के फर्जी दस्तावेज बरामद
सूरज की निशानदेही पर उसके साथी जौनपुर जिले के मानी खुर्दकंला निवासी बिलाल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके पास से तीन मोबाइल व एक लैपटाप बरामद किया। लैपटॉप में कजाकिस्तान, रोमानिया समेत आधा दर्जन देश के विश्वविद्यालय के नाम से डिग्री बरामद हुई हैं। ये सभी डिग्री फर्जी हैं। आरोपी के पास देश के विभिन्न राज्यों के 15 विश्वविद्यालयों का पूरा डाटा था। पुलिस ने फर्जीवाड़े का खुलासा कर दोनों आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
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15 लाख में देते थे एमबीबीएस की डिग्री
पुलिस ने बताया दोनों आरोपियों ने अपनी वेबसाइट बना रखी थी। जिसमें आनलाइन सर्च करने वाले छात्र छात्राओं को अपने जाल में फंसाते थे। जब छात्र उनके झांसे में आ जाते थे तो उनसे दस से 15 लाख रुपये लेकर उनको एमबीबीएस की डिग्री बनाकर दे देते थे। पुलिस के अनुसार जांच में इस गिरोह के एक अन्य सदस्य अभिषेक यादव का भी नाम प्रकाश में आया है।
नाम बदलकर बनाई थी सोशल मीडिया पर आईडी
पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपी बिलाल ने अपना नाम बदलकर ब्रजेश कुमार के नाम से सोशल मीडिया पर आइडी बना रखी थी। इससे वह छात्र-छात्राओं को अपने जाल में फंसाता था। वाट्सएप पर फर्जी डिग्रियों का सेंपल भी उन्हें भेजता था। उसके जाल में फंसकर ही छात्र छात्राएं पैसे गवां देते थे।
कहना इनका...
स्वाट टीम और सरधना पुलिस ने विदेश से एमबीबीएस कराने के नाम पर लोगों से रकम हड़पने वाले गिरोह का खुलासा किया है। दो आरोपियों की गिरफ्तारी की है। इनके पास से विदेश की कई यूनिवर्सिटी के फर्जी दस्तावेज मिले हैं। भारत के अलग अलग राज्यों के 15 से ज्यादा विवि का डाटा मिला है। आरोपियों के पास से चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट भी बरामद हुई है। इस गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई है।
- डॉ. विपिन ताडा, एसएसपी, मेरठ
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