स्वामी दयानंद के जीवन को सभी को सुनना और पढ़ना चाहिए
Meerut News - मेरठ के थापर नगर आर्य समाज में महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती की जीवन गाथा और रामनवमी महोत्सव का आयोजन किया गया। आचार्य सत्य प्रकाश शास्त्री ने यज्ञ संपन्न कराया। महोत्सव में डा. जसबीर मलिक और अन्य ने...

मेरठ। थापर नगर आर्य समाज में बुधवार को महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती जीवन गाथा और रामनवमी महोत्सव का शुभांरभ हुआ। आचार्य सत्य प्रकाश शास्त्री के वैदिक मंत्रोच्चारण कर देवयज्ञ संपन्न कराया। यज्ञ में डा. जसबीर मलिक, चंद्र प्रकाश गर्ग, कर्नल पाल प्रमोद यजमान रहे। चंद्रकांत ने बताया कि महर्षि स्वामी दयानन्द का जीवन अत्यंत प्रेरणादाई और मानव को ईश्वर के प्रति आस्था और सत्य के प्रति निष्ठा का महत्वपूर्ण संदेश देता है। हमें उनके जीवन को सुनना और पढ़ना चाहिए। भजन गायक पंडित कुलदीप आर्य ने स्वामी दयानन्द के जीवन का भजनों के माध्यम से गुणगान किया। अमेठी से आए डॉक्टर ज्वलंत कुमार शास्त्री ने आर्य समाज दयानन्द पथ पर प्रस्तुत जीवन गाथा पर प्रकाश डाला। कहा कि उन्होंने संसार से असत्य का खंडन कर सत्य सनातन वैदिक धर्म को पुनः प्रतिष्ठित करने का संकल्प लिया। 7 अप्रैल 1875 को मुंबई के गांव में उन्होंने विश्व के प्रथम आर्य समाज की स्थापना की, जिसमें 96 विशिष्ट बुद्धिजीवियों ने आर्यसमाज की सदस्यता ग्रहण की। डीएवी पब्लिक स्कूल के छात्र स्वामी दयानंद की जीवन गाथा सुनने पहुंचे। महोत्सव में शाम को प्रवचन करे हुए राजेश सेठी ने कहा कि आर्य समाज के प्रचार के कारण ही विश्व की समस्त संप्रदायों को अपने मान्यताओं और विश्वासों में परिवर्तन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। अशोक सुधाकर सुशील बंसल, योगेश मुवार, मांगेराम, संजय गुप्ता धर्मवीर, यशपाल, कमलेश चांदना, अपर्णा अग्रवाल, धर्मपाल आदि का सहयोग रहा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।