दौराला में भारी बारिश से गिरा मकान, मलबे में दबा परिवार
बुधवार को तेज बारिश के कारण दौराला नगरपंचायत के वार्ड पांच की डेयरी कॉलोनी में एक मकान गिर गया। परिवार मलबे में दब गया, लेकिन आसपास के लोगों ने उनकी मदद की। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।...
बुधवार को दिनभर और रात में हुई तेज बारिश से दौराला नगरपंचायत के वार्ड पांच की डेयरी कालोनी में एक मकान भरभराकर गिर गया। मकान के लेंटर और मलबे में दबकर वहां सो रहा परिवार घायल हो गया। आसपास के लोगों ने किसी तरह परिवार को निकाला। इंस्पेक्टर दौराला उत्तमसिंह राठौर ने लोगों की मदद से घायलों को दौराला सीएचसी पर भर्ती कराया। तहसील टीम और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और घायलों को मदद का आश्वासन दिया। दौराला के वार्ड पांच डेयरी कॉलोनी में निवासी प्रमोद मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते प्रमोद का मकान बिक गया और वह अपने ही घर में किराएदार बनकर रह रहा था। बुधवार को दिनभर हुई बारिश उनके परिवार के लिए आफत बन गई। बारिश और मकान के बराबर में हुए जलभराव से मकान भरभराकर गिर गया। हादसे के समय परिवार के सभी लोग घर के अंदर सो रहे थे। तेज धमाके के साथ मकान गिरते ही आसपास के लोग दौड़े और पुलिस की मदद से मलबे में दबे 45 वर्षीय प्रमोद और पत्नी सुनीता और 12 वर्षीय बेटे अजीत को बाहर निकाला।
पुलिस ने तीनों को दौराला सीएचसी में भर्ती कराया। मकान के दूसरे हिस्से में सो रही मजदूर की बेटी आरजू और उसके भाई मनोज की पत्नी अनीता और बच्चे संजना, वंदना, साक्षी, वंशिका, वंश को चोट नहीं आई।
गुरुवार सुबह घटना की जानकारी पर नायाब तहसीलदार राहुल सिंह, लेखपाल अनुज निगम, नगर पंचायत चेयरमैन देवेंद्र पाल सिंह, विधायक अतुल प्रधान, रालोद नेता संजय पनवाड़ी, प्रताप लोइया, समाजसेवी नवीन शर्मा, भाकियू अराजनैतिक जिला अध्यक्ष नवाबसिंह मौके पर पहुंचे। नगर पंचायत चेयरमैन देवेंद्र पाल सिंह और सपा विधायक अतुल प्रधान ने पीड़ित को आर्थिक सहायता देते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। नायब तहसीलदार ने बताया कि प्राकृतिक आपदा की घटना की रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को भेजी जा रही है। अधिकारियों को अवगत कराया है। शासन स्तर पर परिवार की मदद की जाएगी।
मिल ने पानी की पाइप लाइन को बंद कराया
प्रमोद का मकान गिरने के बाद पास स्थित मिल कॉलोनी के पिछले हिस्से से निकलने वाले बरसात के पानी के पाइप को मिल अधिकारियों ने तत्काल बंद करा दिया। प्रमोद ने बताया कि मिल कॉलोनी का बरसात का पानी भारी मात्रा में पिछले हिस्से से निकले पाइप की मदद से बाहर निकलता था। उसके मकान के बराबर में खेत में भरकर उसके मकान की नीव में भरता था। मिल अधिकारियों को कई बार नुकसान की जानकारी देते हुए इसे बंद कराने की गुहार लगाई लेकिन मिल अधिकारियों ने उसकी अनसुना कर दिया। हादसा होते ही मिल अधिकारियों ने पाइप को बंद करा दिया। शुगर मिल महाप्रबंधक संजीव खाटियान ने बताया बारिश के पानी की निकासी के लिए पाइप कालोनी के पिछले हिस्से में निकाला गया था। पानी से मकान को कोई नुकसान नहीं हुआ।
मलबे में दबा तड़पता रहा पीड़ित का बेटा
दौराला। मकान के मलबे से लोगों ने प्रमोद और सुनीता को निकाल लिया और दौराला सीएचसी भिजवा दिया। बराबर में दूसरी चारपाई पर सोया 12 वर्षीय बेटा अजीत मलबे के नीचे दबा रह गया। मजदूर की बेटी आरजू ने अजीत के दबे होने की जानकारी दी। पुलिस और लोगों ने आधे घंटे बाद चारपाई और लेंटर के बीच फंसे अजीत को बाहर निकाला।
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