पुलिसकर्मियों को मिला सीपीआर का प्रशिक्षण
Meerut News - गुरूग्राम के मेदांता हॉस्पिटल ने पुलिस लाइन में सीपीआर पर कार्यशाला का आयोजन किया। चिकित्सकों ने पुलिसकर्मियों को सीपीआर का महत्व समझाया और प्रशिक्षण दिया। सीपीआर एक जीवन रक्षक तकनीक है, जिसका उपयोग...
गुरूग्राम के मेदांता हॉस्पिटल की ओर से बुधवार को पुलिस लाइन में सीपीआर पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में चिकित्सकों ने पुलिसकर्मियों को सीपीआर का न केवल महत्व समझाया बल्कि उन्हें प्रशिक्षण भी दिया। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया भी एक तरह से प्राथमिक चिकित्सा ही कहलाती है। शिविर का उद्घाटन सहायक पुलिस अधीक्षक लाइंस अंतरिक्ष जैन ने किया। तत्पश्चात मेदांता हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने सीपीआर के बारे में विस्तार से बताया। बीएलएस प्रशिक्षक रोकी डागर ने कहा कि सीपीआर यानि कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक जीवन रक्षक तकनीक है। इसका इस्तेमाल आपातकालीन स्थितियों में किया जाता है। जब किसी व्यक्ति का अचानक से दिल धड़कना बंद कर दे या सांस लेना बंद हो जाए तो उसे सीपीआर की मदद से ही राहत दी जाती है। दिल का दौरा पड़ते ही अगर सीपीआर दे दिया जाए तो पीड़ित की जान बचाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को कृत्रिम बॉडी पर सीपीआर का प्रशिक्षण दिया और बेहतर प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र भी दिए। शिविर में मैनेजर अनिमेष कुमार के अलावा प्रतिसार निरीक्षक हरपाल सिंह का भी विशेष योगदान रहा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।