पूंजीपतियों से अपनी जमीन बचाए किसान : टिकैत
Meerut News - जमीन न बेंचे किसान, अतिरिक्त आमदनी के लिए करें पशुपालन : टिकैत -भाकियू के
कलेक्ट्रेट पर चल रहे भाकियू के धरने में पहुंचे संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि देश के पूंजीपतियों की निगाह किसानों की जमीन पर है। किसान अपनी जमीन न बेंचे, अगर 30 साल तक अपनी जमीन रोक ली तो आने वाले समय में ये ही उसके जिंदा बचने का सबसे बड़ा सहारा बनेगी। टिकैत ने कहा कि देश में कृषि हड़ताल करने की जरूरत है, जब तक फसलों का उत्पादन नहीं घटेगा तब तक ये सरकार फसलों का सही दाम नहीं देगी। टिकैत ने कहा कि इससे ज्यादा शर्म की क्या बात होगी कि देश में दूध से महंगी कोल्ड ड्रिंक बिक रही है। टिकैत ने कहा कि फसलों की एमएसपी गारंटी कानून के साथ ही जमीन बचाने के लिए भी लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने किसानों से जमीन में कम कीटनाशक डालने की अपील करते हुए कहा कि 22 जनवरी 2021 से किसानों को सरकार नहीं मिल रही है। अधिकारी भी किसानों को बहकाने का काम करते हैं। कहा कि ब्राजील के 200 लोगों के पास 80 फीसदी जमीन है। वहां भी किसान संगठन लड़ाई लड़ रहे हैं। हमारे यहां भी यही काम होने वाला है, इसलिए जमीन बचा लो। उन्होंने किसानों से अपील की कि अगर खेती के भरोसे रहना है तो पशुपालन भी करों। नौकरी करने वाले युवाओं को भी खेती कराओं ताकि वह जमीन से जुड़े अन्यथा नौकरी करने वाला युवा जमीन बेचेगा। उन्होंने जीएम सीड को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि किसानों के लिए ये बीज हानिकारक है। कपास की फसल का बीटी कॉटन बीज आया है। कीड़ों से बचाने के लिए उसमे जहर डाल रखा है। बीटी बैंगन, सरसो में भी जीएम बीज आने हैं। ये लोगों के स्वास्थ्य को खराब करेंगे। टिकैत ने कहा कि किसान संगठन बहुत बन रहे है, अभी जातियों के किसान संगठन बनने बाकी है। उन्होंने किसानों से रोटी को बाजार की वस्तु बनने से रोकने का आह्वान किया। कहा कि जिस दिन रोटी बाजार की वस्तु बन जाएगी उस दिन किसान और आम आदमी तबाह हो जायेगा।
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