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सीसीएसयू की नई उडान, अब ओडीएल में भी पढ़ाई

Meerut News - मेरठ मंडल के छात्रों के लिए चौ. चरण सिंह विवि ने ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) की शुरुआत की। यूजीसी ने 11 विषयों में ओडीएल के लिए अनुमति दी है। छात्र 15 नवंबर तक पंजीकरण करा सकते हैं। अगले वर्ष 20...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठWed, 6 Nov 2024 01:58 AM
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मेरठ मंडल के लाखों छात्र-छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा का मुख्य केंद्र चौ. चरण सिंह विवि को मंगलवार को नई उड़ान मिल गई। रेगुलर-प्राइवेट मोड के साथ ही विवि अब मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग) में भी विद्यार्थियों को पढ़ाई का मौका देगा। नैक में ए प्लस-प्लस स्कोर होने से विवि को यूजीसी ने श्रेणी-1 में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के 11 विषयों में ओडीएल में पढ़ाई की अनुमति दी है। जुलाई सत्र से ही विवि को इन कोर्स में प्रवेश की अनुमति रहेगी। फिलहाल 15 नवंबर तक छात्र पहली बार शुरू हो रहे ओडीएल में प्रवेश को पंजीकरण करा सकते हैं। मंगलवार को कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, कार्यवाहक निदेशक ओडीएल प्रो. मृदुल गुप्ता, प्रो. भूपेंद्र सिंह, प्रो. वीरपाल सिंह, प्रो. जितेंद्र सिंह, प्रो. राकेश शर्मा एवं प्रो. केके शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह घोषणा की।

इन कोर्स में ओडीएल से पढ़ाई

बीबीए, एमए एजुकेशन, एमए अर्थशास्त्र, एमए राजनीति विज्ञान, एमए अंग्रेजी, एमसीए, एमकॉम, एमबीए मार्केटिंग, एमबीए एचआर मैनेजमेंट, एमबीए फाइनेंस एवं एमए समाजशास्त्र कोर्स में ओडीएल में पढ़ाई की जा सकेगी। पहले चरण में विवि दूरस्थ शिक्षा पर केंद्रित करेगा, लेकिन अगले वर्ष दूरस्थ के साथ ऑनलाइन मोड भी शुरू हो जाएगा। यूजीसी-डीईबी ने सीसीएसयू को जहां 11 कोर्स में ओडीएल की अनुमति दी है, वहीं कानपुर विवि में 13 विषयों में ओडीएल की अनुमति दी गई है।

अगले साल बीए, बीकॉम सहित 20 नए कोर्स

कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के अनुसार अगले वर्ष विवि बीए, बीकॉम सहित पीजी डिग्री, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट सहित 20 से ज्यादा नए कोर्स शुरू करेगा। विवि की तैयारी पूरी है और इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रो. शुक्ला के अनुसार विवि के लिए यह बड़ी उपलब्धि है।

अभी यूजी-पीजी प्राइवेट बंद नहीं

ओडीएल शुरू होने के बावजूद विवि अभी यूजी-पीजी प्राइवेट मोड भी जारी रखेगा। प्रो. संगीता शुक्ला के अनुसार विवि ओडीएल के लिए छात्रों को जागरुक करेगा। धीरे-धीरे छात्रों को प्राइवेट से ओडीएल में शिफ्ट किया जाएगा। यूजी-पीजी के सभी विषय ओडीएल में नहीं आने तक प्राइवेट मोड चलता रहेगा।

ऐसे काम करेगा ओडीएल

- मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा और रेगुलर मोड की डिग्री एक समान।

- रेगुलर की तरह ही सेमेस्टर सिस्टम में ही चलेगा ओडीएल।

- ओडीएल में 30% आंतरिक, 70% बाह्य मूल्यांकन।

- छात्रों को प्रिंटेड पाठ्य सामग्री निर्धारित पते पर विवि भेजेगा।

- ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लॉगइन में ई-कंटेंट भी उपलब्ध रहेगा।

- विवि में ओडीएल में पंजीकरण के बाद डीईबी आईडी अनिवार्य होगी।

- कंटेंट वीडियो फॉर्मेट में भी छात्रों तक पहुंचेगा।

- मेरठ मंडल के सभी जिलों में विवि ओडीएल केंद्र खोलेगा।

- नियमित मूल्यांकन होगा। छात्रों को असेसमेंट पूरे करके भेजने होंगे।

- ओडीएल कोर्स की फीस रेगुलर से कम रखने का प्रस्ताव, जल्द घोषणा।

- ओडीएल और रेगुलर विद्यार्थियों की परीक्षाएं एक साथ-एक समय पर।

- छात्रों को मोबाइल एप्लीकेशन का भी विकल्प, मिलेगा सभी कंटेंट

अब सीसीएसयू से ही कर सकते हैं एक साथ दो डिग्री

ओडीएल की शुरुआत के बाद सीसीएसयू में पंजीकृत छात्रों को एकसाथ दो डिग्री करने का रास्ता भी खुल गया है। विवि के अनुसार जो छात्र यूजी या पीजी के किसी कोर्स में पंजीकृत हैं और वे किसी दूसरे विषय में एक साथ दूसरी डिग्री करना चाहते हैं तो ओडीएल में प्रवेश ले सकते हैं। ऐसे में छात्रों को सीसीएसयू से ही एक रेगुलर और एक ओडीएल में दो डिग्रियां करने का मौका मिल जाएगा।

सीसीएसयू का इनसे रहेगा मुकाबला

मेरठ में ओडीएल में सीसीएसयू का मुकाबला इग्नू, राजर्षि महर्षि टंडन मुक्त विवि, शोभित विवि और सुभारती विवि से होगा। ये सभी विवि पहले से ही छात्रों को विभिन्न विषयों में ओडीएल ऑफर कर रहे हैं। सबसे ज्यादा छात्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि और इग्नू में पंजीकृत हैं। विवि से संबद्ध सभी प्रमुख एडेड कॉलेजों में फिलहाल राजर्षि टंडन मुक्त विवि एवं इग्नू के केंद्र हैं। साइंस एवं प्रैक्टिकल कोर्स भी ओडीएल में आने के बाद नौकरीपेशा इस मोड में पढ़ाई में रुचि दिखा रहे हैं।

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