ब्रह्मा बाबा ने गीता को सचमुच जिया, दूसरों को भी जीना सिखाया : सुनीता बहन
Meerut News - मेरठ में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक ब्रह्मा बाबा की पुण्य स्मृति दिवस पर सुनीता बहन ने बताया कि उन्होंने गीता ज्ञान को अपनाने और जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया।...
मेरठ। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक ब्रह्मा बाबा ने न सिर्फ गीता को जिया अपितु दूसरों को भी इतना सक्षम बनाया कि वे गीता ज्ञान को धारण कर उसके अनुरूप अपना जीवन जिएं। ये बातें दिल्ली रोड स्थित संस्था के प्रभु मिलन भवन सेवा केंद्र की प्रभारी सुनीता बहन ने कही। सुनीता बहन संस्था के संस्थापक ब्रह्मा बाबा के पुण्य स्मृति दिवस पर बोल रही थी। उन्होंने कहा कि 1936 में अविभाज्य भारत के मशहूर हीरों के व्यापारी दादा लेखराज ने ईश्वरीय संकेत पर अपनी 48 लाख की संपत्ति को नौ कन्याओं का ट्रस्ट बनाकर समर्पित कर दी थी और ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना कर गीता ज्ञान के आधार पर मानव से देव बनना सीखा और दूसरों को भी सिखाया। उन्होंने अपने अनुगामियों को त्याग, तपस्या और पवित्रता के बल पर दिखाया कि ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण हर प्रकार की सफलता दिला सकता है। उन्होंने संस्था को यज्ञ का नाम दिया और 18 जनवरी 1969 की शाम अंतिम श्वास तक उन्होंने सेवा की। निमित्त प्रकाश मणी दादी को यज्ञ विस्तार के बारे में सिखाया। जिसके परिणामस्वरूप आज यह संस्था दुनिया के अनेक देशों में ईश्वरीय संदेश दे रही है।
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