सीएम के दौरे के बाद बेड, ऑक्सीजन व्यवस्थाएं सुधरी
मेरठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में काफी कुछ बदलाव हुआ है। ऑक्सीजन संकट दूर हो गया है। ज्यादातर हॉस्पिटलों में...
मेरठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में काफी कुछ बदलाव हुआ है। ऑक्सीजन संकट दूर हो गया है। ज्यादातर हॉस्पिटलों में बेड की दिक्कत अब पहले जैसी नहीं है। नए अस्पतालों को कोविड इलाज की स्वीकृति मिली है। अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम तेजी से जारी है।
मुख्यमंत्री 16 मई को मेरठ में एक दिवसीय दौरे पर आए थे। उस वक्त यहां कोविड बेड की संख्या तीन हजार थी, जो अब बढ़कर साढ़े तीन हजार से ज्यादा हो गई है। पिछले एक हफ्ते से किसी भी हॉस्पिटल से ऑक्सीजन संकट की खबरें नहीं आई हैं। कमिश्नर सुरेंद्र सिंह और डीएम के.बालाजी की प्राथमिकता पर अब सबसे ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट हैं। वह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार, प्रत्येक सीएचसी पर प्लांट लगाए जाएं ताकि भविष्य में ऑक्सीजन संकट न रहे। इसके लिए मल्टीनेशनल कंपनियों से भी बातचीत चल रही है।
चार दिन में ये काम हुए...
- 5 सरकारी अस्पतालों मवाना, सरधना, दौराला, किठौर, सरूरपुर में कोविड इलाज शुरू
- 7 निजी अस्पतालों को कोविड इलाज की स्वीकृति दी गई
- मोबाइल कंपनी ओप्पो ने 50 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मेरठ को दिए
- मवाना सीएचसी पर गोल्डी मसाला व दौराला सीएचसी पर शुगर मिल ने ऑक्सीजन प्लांट का काम शुरू कराया।
- मेडिकल कॉलेज में 500, जिला अस्पताल में 200 बेड के लिए ऑक्सीजन प्लांट का प्रस्ताव भेजा।
- ऑक्सीजन वितरण के लिए सरधना-मवाना में केंद्र बनाए गए
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