मेरठ: यूपीपीसीएल चेयरमैन के आदेश पर जांच को दौड़े अफसर, शिकायत मिली फर्जी
वेदव्यासपुरी बिजलीघर के जेई पर आरोप के बाद यूपीपीसीएल चेयरमैन ने जांच के लिए अधिकारियों को भेजा। शिकायत में गड़बड़ी और बिजली चोरी के आरोप थे, लेकिन जांच में शिकायत निराधार पाई गई। मुख्य अभियंता ने...
वेदव्यासपुरी बिजलीघर के जेई पर आरोप लगाते हुए यूपीपीसीएल चेयरमैन को की गई शिकायत के बाद लखनऊ से मेरठ तक खलबली मची गई। यूपीपीसीएल चेयरमैन के निर्देश के बाद मुख्य अभियंता मेरठ जोन द्वितीय और अधिशासी अभियंता देहात प्रथम जांच को पहुंचे। जांच के बाद पीवीवीएनएल अफसरों ने कहा कि जांच में शिकायत झूठी मिली। इसकी रिपोर्ट तैयार कर एमडी और यूपीपीसीएल चेयरमैन को भेजी जा रही है। शिकायत में जेई पर एक व्यक्ति के नाम पर गड़बड़ी करके वेतन निकालने का आरोप लगाया था। साथ ही ट्रांसफार्मर से सीधे बिजली चोरी मामले की भी एक वीडियो भेजकर शिकायत की थी। शिकायत पर जांच और कार्रवाई के लिए यूपीपीसीएल चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने निर्देश दिए। इस पर मुख्य अभियंता मेरठ जोन द्वितीय यदुनाथ राम और अधिशासी अभियंता रामयश यादव बिजलीघर पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की।
शिवा नामक व्यक्ति के नाम पर गड़बड़ करके वेतन निकालने की जांच में चार एसएसओ एवं अन्य लोगों के बयान दर्ज किए। जिसमें सामने आया कि वह बिजलीघर पक अकुशल कर्मचारी के तौर पर कार्य कर रहा है। इसके अलावा ट्रांसफार्मर से सीधे तार डालकर बिजली चोरी मामले में जांच की तो सामने आया कि ट्रांसफार्मर पूर्ण जमा योजना के तहत लगाया गया था। पांच नवंबर को मीटर लगा दिया था। मुख्य अभियंता मेरठ जोन द्वितीय यदुनाथ राम ने बताया कि उपभोक्ता के यहां लगे मीटर की सिलिंग रिपोर्ट भी है। मुख्य अभियंता ने कहा कि जांच में शिकायत पूरी तरह से निराधार मिली है। जिसकी रिपोर्ट एमडी पीवीवीएनएल और चेयरमैन यूपीपीसीएल को भेजी जा रही है।
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