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सर्द हवा ने बढ़ाई ठिठुरन, धूप में नहीं दिखी तपिश

Mau News - मऊ जनपद में सर्दी और घने कोहरे ने लोगों के दैनिक कार्यों में बाधा डाली। रविवार को कोहरे के कारण विजिबिलिटी 20 मीटर से कम हो गई, जिससे वाहनों की गति धीमी हो गई। सर्द हवा और ठंड से लोग परेशान हैं, और...

Newswrap हिन्दुस्तान, मऊMon, 20 Jan 2025 01:14 AM
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मऊ। जनपद में सर्द हवा और कोहरे से सर्दी का सितम लगातार बढ़ रहा है। रविवार की सुबह घना कोहरा आम लोगों की रोजमर्रा के कामकाज में बाधक बना। हालांकि, मौसम में बदलाव भी पूरे दिन होते रहा। सुबह कोहरा, दोपहर में धूप और फिर शाम को कड़ाके की ठंड से लोगों को रुबरू होना पड़ा। हालांकि, 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही सर्द हवा के आगे दोपहर में निकली धूप भी बेअसर रही। सुबह के वक्त जिले में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी घटकर 20 मीटर से भी कम रह गई। सड़कों पर वाहन रेंगते हुए चलते दिखे। रविवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। दिन में अधिकतम 23 और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रहा।

जनपद इस समय भीषण ठंड की चपेट में है। ठिठुरन भरी ठंड लोगों पर सितम ढा रही है। दिन में 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सर्द हवा चलने से लोग ठंड से कांप रहे हैं। शाम होते-होते गलन वाली ठंड का प्रकोप बढ़ जा रहा है। रविवार की सुबह पूरा जनपद घने कोहरे की चपेट में रहा। कोहरे से दृश्यता इतनी कम थी कि सामने 20 मीटर की दूरी पर भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। वाहनों की गति पर पूरी तरह ब्रेक लग गया था। हेडलाइट जलाने के बाद भी वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे थे। हालांकि, कोहरा हवा चलने से नौ बजे तक छट गया और धूप निकल आई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया धूप भी तेज होती गई, लेकिन लेकिन दिनभर पछुआ हवा चलने से गलन बनी रही। इससे धूप में भी कामकाजी और आमजन ठिठुरते दिखाई दिए। शहर ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में लोग घर के बाहर अलाव जलाकर ठंड से बचाव करते दिखे। पूरे दिन सर्द पछुआ हवा से लोग परेशान रहे। वहीं दिन ढलते ही गलन बढ़नी शुरू हो गई। शाम पांच बजे तक बाजारों और सड़कों में सन्नाटा पसर गया। लोग ठंड से बचने के लिए लोग घरों में दुबक गए, लेकिन घर में भी लोगों को गलन से परेशानी हुई। कृषि विज्ञान केंद्र पिलखी के वैज्ञानिक डॉ. विनय सिंह के अनुसार पहाड़ों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और उसके प्रभाव से बने सिस्टम के असर से बदली-बारिश के आसार बन रहे हैं, जिससे धूप का प्रभाव कम हो रहा है। इससे दिन के तापमान और घट सकते हैं।

सड़क किनारे खड़े नजर आए वाहन

मऊ। रविवार को कोहरे के चलते चालकों ने अपने वाहन सड़क किनारे खड़े कर दिए। लगभग साठ फीसदी वाहन सड़क के किनारे और ढाबों पर खड़े नजर आए। क्योंकि, अगर कोहरे में वाहन चलाते तो सड़क पर एक्सीडेंट होने का खतरा रहता है। लगभग नौ बजे के बाद कोहरा छटने लगा, जिसके बाद वाहनों का आवागमन शुरू हुआ पर जगह-जगह कोहरा होने से अधिकतर वाहन हेडलाइट जलाकर चलते दिखे।

सरसों की फसल में लग रहा झुलसा रोग

मऊ। मौसम फसलों के अनुकूल नहीं है। केवल गेहूं की फसल के लिए मौसम अनुकूल है। बाकी फसलों के लिए मौसम प्रतिकूल है, जो फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। खासकर आलू और फूल वाली फसल सरसों में झुलसा रोग पैदा कर रहा है। पत्तियां सिकुड़ रही हैं। इससे पौधे टूट कर गिर रहे हैं। इससे फसलों के उत्पादन पर भारी असर पड़ने की संभावना है। हालांकि, किसान दवा का छिड़काव कर और सिंचाई कर फसलों को बचाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार जब तक मौसम साफ नहीं होगा आलू के साथ चना, मटर और सरसों की फसल को भारी नुकसान हो सकता है।

ठंड से मऊ डिपो की आमदनी हुई धड़ाम

मऊ। ठंड से आम जनजीवन के साथ अन्य क्षेत्र भी प्रभावित हो रहा हैं। मऊ डिपो को गलन भरी ठंड में यात्री नहीं मिल रहे हैं इससे आमदनी घट गई हैं। बुरे दौर से गुजर रहे डिपो की आमदनी 50 फीसदी से भी कम हो चुकी हैं।

जिला लंबे समय से शीतलहर और ठंड की चपेट रहा। जनवरी महीने में पड़ी ठंड का असर मऊ डिपो पर पड़ रहा। गलन भरी ठंड में यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। किसी रूट के यात्री अगर पहुंच भी रहे हैं उनकी संख्या दहाई में भी नहीं पहुंच पा रही है। इसका सीधा असर डिपो की आमदनी पर पड़ा हैं। 90 फीसदी तक की कमाई करने वाला डिपो इन दिनों खराब दौर से गुजर रहा है। उसकी आय 50 फीसदी से भी कम होकर रह गई हैं। रविवार को दिन में 11 बजे मऊ डिपो का हाल यह रहा कि मात्र नौ यात्री बस के इंतजार में थे। बस के सीटों की तुलना में तीस फीसदी से भी कम पैसंजर के लिए बस का संचालन संभव ही नहीं है। माना जा रहा है कि यह स्थिति तब तक बनी रहेगी जब तक मौसम में सुधार नहीं हो जाएगा।

महाकुम्भ से यात्री बढ़ने की उम्मीद

मऊ। डिपो को इस बात की आस है कि महाकुम्भ से उसकी आय बढ़ जाएगी और लगातार हो रहे घाटे की कुछ हद तक भरपाई हो जाएगी। डिपो ने कुम्भ मेला के लिए 37 बसें लगाई गई हैं जो प्रयागराज तक चल रही हैं।

आमदनी घटकर 50 के नीचे

डिपो की आमदनी पर ठंड का काफी प्रभाव पड़ा है। आमदनी घटकर 50 के नीचे आ चुकी है। मौसम पूरी तरह से साफ होने पर ही आमदनी बढ़ने की उम्मीद की जा सकती हैं।

- हरिशंकर पाण्डेय, एआरएम, मऊ डिपो।

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