सर्दी-बुखार को नजरंदाज करना पड़ सकता है भारी
Mau News - मऊ जिले में रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया, जिसमें 2083 मरीजों का 94 डॉक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। 20 गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में भेजा गया। स्वास्थ्य मेले में...
मऊ। जिले में संचालित 40 पीएचसी पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन हुआ, जिसमें पहुंचे 2083 मरीजों का 94 डाक्टरों ने उनके सेहत की जांच की। इनमें से 20 गम्भीर मरीजों को जिला अस्पताल में उपचार के लिए रेफर किया। वहीं आठ पात्रों का गोल्डन कार्ड भी बनाया गया। स्वास्थ्य मेले में चर्म रोगों के साथ ही सांस, पेट दर्द और बीपी के मरीजों की संख्या अधिक रही। डाक्टरों की टीम ने सर्दी, जुकाम और बुखार को नजर अंदाज नहीं करने की सलाह दी। इस समय पड़ रही ठंड के बीच सावधानी बरतने पर जोर दिया। चिरैयाकोट संवाद के अनुसार रविवार को रानीपुर सीएचसी अधीक्षक डा.अशोक कुमार चौहान की देखरेख में कुल छह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन हुआ। जिसमें विभिन्न रोगों से ग्रसित कुल 400 मरीजों का स्वस्थ परीक्षण कर नि:शुल्क दवा उपचार किया गया। चिरैयाकोट प्राथमिक स्वास्थ्य में केन्द्र प्रभारी धर्मेन्द्र मणि त्रिपाठी आदि ने कुल 120 मरीजों का उपचार किया। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सचुई में डा.सौरभ सिंह की देखरेख में 58 मरीज और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खुरहट में डा.कमलेश कुमार गुप्ता आदि ने 64 मरीजों का उपचार किया। जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र काझा खुर्द में डा. अजहरुद्दीन आदि ने 106 मरीज, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र काझा में योगेश गीरी ने 47 मरीज और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बभनपुरा में 11 मरीजों का नि:शुल्क दवा उपचार किया।
मुहम्मदाबाद गोहना संवाद के अनुसार ब्लॉक के करहा समेत चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। पीएचसी भातकोल पर डॉ. जावेद अहमद एवं डा. मोहम्मद सारिक ने मरीजों की जांच कर दवा दी। बताया कि ज्यादातर मरीज मौसम में हो रहे बदलाव के कारण बीमार हो रहे हैं। वहीं, बच्चों के अभिभावकों को स्वास्थ्य की प्रति जागरूक किया। घरों से बाहर निकलते समय नन्हे मुन्ने बच्चों को गर्म कपड़ों में ढक कर रखें। तबीयत खराब होने पर नजदीक के सरकारी अस्पताल में ले जाएं। चारों प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 168 मरीजों का परीक्षण कर उन्हें दवा दी गई। इस मौके पर सीएचसी अधीक्षक डाक्टर रामबदन ने स्वास्थ्य मेले में पहुंचकर मरीजों से मिल रहे उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त किया। इस अवसर पर फार्मासिस्ट सरोज यादव, राजेंद्र कुमार समेत एएनएम, स्टाफ नर्स, स्वास्थ्य कर्मी अलग-अलग केन्द्रों पर तैनात रहे।
ठंड के मौसम में सतर्कता सबसे बड़ा इलाज
मधुबन। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मधुबन पर रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। मेले में कुल 48 मरीजों का नि:शुल्क इलाज हुआ और साथ में इन्हें नि:शुल्क दवाइयां भी दी गई। तैनात चिकित्सक एसएन राम एवं डा. एनके गौतम ने स्वास्थ्य मेला में आए मरीजों को दवाओं के साथ-साथ ठंड के मौसम से सतर्क रहने की सलाह दी। कहा कि ऐसे मौसम में सतर्कता ही सबसे बड़ा इलाज है। थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। इसलिये कुछ जरूरी सावधानियां अपना कर सामान्य मौसमी बीमारियों की चपेट में आने से बचा जा सकता है।
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