समितियों पर पहुंचते ही खत्म हो जा रही डीएपी
मऊ जिले में किसान गेहूं की बोवाई के समय फास्फेटिक खाद की कमी से परेशान हैं। समितियों पर खाद के पहुंचते ही किसान लंबी कतार में लग जाते हैं। कई समितियों पर डीएपी खाद नहीं पहुंचने से किसान चिंतित हैं।...
मऊ। कृषि प्रधान जिले में गेहूं की बोवाई के ऐन वक्त पर किसान फास्फेटिक खाद के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। समितियों पर खाद के पहुंचने के बाद एक ही घंटे में गोदाम खाली हो जा रहा है। विभाग के अनुसार जनपद में संचालित समितियों के माध्यम से अबतक 4000 हजार एमटी डीएपी का वितरण हो चुका है। जिला प्रशासन का कहना है कि जिले में खाद की कमी नहीं है, लेकिन स्थिति ये है कि खाद की सूचना मिलते ही समितियों और बिक्री केन्द्रों पर पलभर में किसानों की लंबी कतार लग जा रही है। साथ ही जनपद की कई समितियों पर अबतक डीएपी नहीं पहुंचने से किसान काफी परेशान हैं। दुबारी संवाद के अनुसार साधन सहकारी समिति दुबारी, गजियापुर तथा नेवादा गोपालपुर पर दूसरी खेप में डीएपी खाद नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। साधन सहकारी समिति दुबारी के सचिव सतीष श्रीवास्तव ने बताया कि 900 बोरी डीएपी बट चुकी है। 400 बोरी डीएपी की डिमांड भेजी गई है। गजियापुर के सचिव रजनीश यादव ने बताया साधन सहकारी समिति गजियापुर में 14 अक्तूबर तक 600 बोरी डीएपी बंट चुकी है तथा 400 बोरी आवंटित किया गया है। वहीं, नेवादा गोपालपुर साधन सहकारी समिति पर 600 बोरी डीएपी खाद बंट चुकी है और 240 बोरी डीएपी आवंटित किया गया है। किसान, ट्विंकल तिवारी, कमलनाथ पांडेय, गया यादव, मिथिलेश यादव, संतोष मौर्य, संजय गोस्वामी आदि किसानों ने समितियों पर खाद उपलब्ध कराने की मांग की है।
दोहरीघाट संवाद के अनुसार क्षेत्र अंतर्गत साधन सहकारी समितियों से डीएपी खाद न मिलने से क्षेत्र के किसान काफी परेशान घूम रहे हैं। क्षेत्र के क्रय विक्रय केंद्र दोहरीघाट, साधन सहकारी समिति धनौली लोहड़ा, गोंठा, सियरहि, मादी समेत अन्य स्थानों पर स्थित समितियो पर डीएपी खाद नदारद है। साधन सहकारी समिति मादी के सचिव बरखू राजभर ने बताया दीपावली के पहले डीएपी आई थी। जिसका वितरण किया जा चुका है। एक सप्ताह पूर्व डीएपी की डिमांड भेजी गई है। लेकिन अबतक आई नहीं है। जैसे ही खाद आ जाएगी उसका वितरण कर दिया जाएगा।
घोसी संवाद के अनुसार तहसील अंतर्गत मझवारा क्षेत्र के ललित पुर लुदुही स्थित साधन सहकारी समिति पर गुरुवार सुबह डीएपी वितरण के दौरान किसानों को एक बोरी डीएपी पर जबरन 600 रुपये की नैनो डीएपी, नैनो यूरिया देने को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया था। शुक्रवार को किसानों की मांग के अनुरूप 400 बोरी डीएपी का वितरण शांतिपूर्वक पुलिस प्रशासन ने कराया। वहीं, डीएपी पाने से वंचित किसान अब डीएपी के इंतजार में इधर-उधर भटकने को विवश हो गए हैं।
समितियों को डीएपी भेजी जा रही
जनपद में उर्वरक की कमी नहीं है। जिले में संचालित 92 साधन सहकारी समितियों के माध्यम से अबतक चार हजार एमटी डीएपी का वितरण कराया जा चुका है। डिमांड के अनुसार समितियों को डीएपी भेजी जा रही है। हम प्राथमिकता के साथ प्रत्येक किसान को समय से उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध हैं।
जगदीश प्रसाद वर्मा, सहायक आयुक्त व सहायक निबंधक सहकारिता-मऊ
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