Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़मऊDeadline Extended for E-KYC of Ration Card Holders in Mau Cards to be Cancelled for Non-Compliance

राशन कार्ड की ई-केवाईसी नहीं तो कटेगा नाम

मऊ में राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी कराने की अंतिम तारीख बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी गई है। जिन धारकों ने समय पर ई-केवाईसी नहीं कराया, उनके कार्ड फर्जी मानकर निरस्त कर दिए जाएंगे। जिले में 68.82%...

Newswrap हिन्दुस्तान, मऊWed, 20 Nov 2024 11:39 PM
share Share

मऊ। अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी 31 दिसंबर तक नहीं कराने वाले कार्डधारकों पर फर्जी यूनिट मानते हुए उसे निरस्त कर दिया जाएगा। जिले में कुल 3 लाख 84 हजार 91 राशन कार्डधारकों की संख्या है, जिसमें कुल 16 लाख 57 हजार 211 लोगों के नाम राशन कार्डों पर हैं। इसमें अबतक 10.16 लाख लोगों ने ई-केवाईसी कराया है। इस समय 68.82 प्रतिशत ई-केवाईसी के साथ मऊ प्रदेश में पहले स्थान पर काबिज है। राशन कार्डधारकों को ई-केवाईसी कराने की आखिरी तारीख 30 सितंबर थी। हालांकि, राशनकार्ड की ई-केवाईसी की अब तारीख बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दी गई है। ई-केवाईसी न कराने पर आपका राशन कार्ड निरस्त हो सकता है। राशन कार्डों में जिनका नाम है वो जल्द से जल्द अपने नजदीकी राशन की दुकान पर जाकर ई-केवाईसी करा लें। जिले के पात्र गृहस्थी और अंत्योदय राशनकार्ड के माध्यम से हर माह अनाज उपलब्ध कराया जाता है। इसको लेकर लंबे समय से इसकी सूची अपडेट नहीं हुई थी, जिससे मृतकों के नाम से भी राशन निकल रहा था। कोटे की दुकान पर परिवार के किसी एक सदस्य के अंगूठा लगाने से सभी सदस्यों का राशन मिल जाता है। इससे मृतक और पलायन कर गये लोगों तथा ऐसे परिवार जो राशनकार्ड होने के बाद भी राशन लेने नहीं जाते हैं, उनका नाम सूची से हटाकर नए पात्र परिवारों को जोड़ना है। शासन की आरे से इसके लिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं, प्रदेश स्तर पर 16 नवंबर को जारी आंकड़े के मुताबिक मऊ जिले में कुल 1657211 लाभार्थियों में से 1016215 का ई-केवाईसी हो गया है। यानि कुल 68.82 प्रतिशत का ई-केवाईसी हो है। जनपद के गया 1027 कोटेदारों की दुकानों पर ई- केवाईसी का काम हो रहा है। लेकिन 31 दिसबंर तक ई-केवाईसी नहीं कराने वालों पर विभाग उनके राशन कार्डों को निरस्त करने की कार्रवाई करेगी।

आधार सीडिंग कराने में लोगों को होती हैं समस्याएं

मऊ। आधार सीडिंग में कई बार ऐसे लोग होते हैं जिनका राशन कार्ड तो यहां बना होता है पर वे बाहरी जनपदों में काम धंधे के लिए गए होते हैं। यही नहीं कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनकी अंगुलियों के निशान ई-पॉश मशीन नहीं ले पाती है। या फिर घर के सभी यूनिट अलग-अलग रहते हैं तो उनके नाम अलग-अलग राशन कार्ड में दर्ज होते हैं। यह परेशानियां इससे दूर हो सकती हैं।

जिले का अबतक अच्छा प्रदर्शन

जिले में लगभग 68.82 प्रतिशत से अधिक ई-केवाईसी के साथ पूरे प्रदेश में अबतक अच्छा प्रदर्शन किया गया है। प्रदेश स्तर से जारी रैंकिंग में मऊ प्रथम स्थान पर है। राशन कार्ड धारक जितना जल्द हो सके वो अपने परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाईसी करवा लें। जिस कार्ड धारक का ई-केवाईसी नहीं होगा उसका फर्जी यूनिट मानते हुए उसे निरस्त कर दिया जाएगा।

- विकास गौतम, जिलापूर्ति अधिकारी, मऊ।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें