छाता क्षेत्र में हाइवे पर हादसे में प्रधानाचार्य की मौत
छाता थाना क्षेत्र में दौताना-गोहारी कट के समीप एक अज्ञात वाहन की टक्कर में कार सवार विजय पाल राना और इंटर कालेज के प्रधानाचार्य की मौत हो गई। विजय पाल राना, जो खून देने जा रहे थे, हादसे में गंभीर रूप...
थाना छाता के अंतर्गत दौताना-गोहारी कट के समीप गुरुवार देर रात अज्ञात वाहन की टक्कर से कार सवार और इंटर कालेज के प्रधानाचार्य की मौत हो गयी। इसकी जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में कर पोस्टमार्टम को भेज परिजनों को सूचना दे दी। गुरुवार रात हाइवे पर दौताना-गोहारी कट के समीप ट्रक की टक्कर से कार सवार विजय पाल राना (39) निवासी सरुरपुर, ओल गंभीर रूप से घायल हो गये थे और कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी थी। इसकी सूचना पर चौकी प्रभारी दौताना रविन्द्र बाबू ने पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान कार में बुरी तरह से फंसे कार सवार प्रधानाचार्य को निकलवाकर उपचार को भिजवाया। वहां चिकित्सकों ने विजय पाल राना को मृत घोषित कर दिया था। हादसे की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। परिवारीजन मौके पर पहुंच गये। प्रभारी निरीक्षक छाता संजय त्यागी ने बताया कि मृतक की शिनाख्त विजय पाल सिंह (40) निवासी सरुरपुर, ओल, फरह के रूप में हुई। वह जाजनपट्टी स्थित आदर्श जनता इंटर कालेज में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत थे। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया।
पिता की जगह पर लगे थे शिक्षक के पद पर
विद्यालय प्रबंधक चंद्रवीर सिंह ने बताया कि मृतक प्रधानाचार्य बहुत ही मिलनसार, हंसमुख और कर्तव्य के प्रति लगनशील थे। वह अपने पिता राम सिंह के निधन के बाद दिसम्बर-2011 में विद्यालय में विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक के पद पर नियुक्त हुए थे। जनवरी-2024 में ही पदोन्नत होकर प्रधानाचार्य बने थे। उनके मौत की सूचना मिलते ही विद्यालय परिवार में शोक व्याप्त हो गया।
तीन भाई-बहनों में थे सबसे छोटे
मृतक प्रधानाचार्य विजय पाल राना के साथी मनोज सिंह ने बताया कि वह प्रगति कुंज, आनंदवन, हाइवे में दो साल पहले अपना मकान बनाकर परिवार के साथ रह रहे थे। दो अक्तूबर को विद्यालय में धूमधाम से गांधी जयंती मनाई थी। सबसे बड़ी बहन, उससे छोटे भाई हरिओम राना अलीगढ़ में एपीओ हैं। वह तीसरे नम्बर के थे। विजय पाल शादीशुदा थे, इन पर 10 वर्ष की बेटी और सात बर्ष का बेटा है। सभी परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बीमार को खून देने जा रहे थे
मृतक विजय पाल राना के दोस्त मनोज सिंह ने बताया कि रात करीब 12 बजे कोसीकलां से उनके पास किसी दोस्त का फोन आया था। उसके किसी मिलने वाले को खून की जरूरत थी। मां द्वारा रात में न जाने की कहने पर भी वह यह कहते हुए निकल गये कि इमरजेंसी है मां, दो घंटे में आ जाएंगे। कोसीकलां में किसी को खून देने से पहले ही हादसे में उनकी मौत हो गयी।
अचानक ट्रक आया आगे
लोगों की मानें तो वह कार से जा रहे थे, तभी गोहारी कट के आसपास क्रॉसिंग के समीप ढाबे से एक ट्रक अचानक हाइवे पर आया और कार पीछे से टकरा गयी। ट्रक चालक की लापरवाही से हादसा होना बताया जा रहा है। पुलिस ट्रक चालक की तलाश कर रही है।
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