अब सिम्युलेटर मशीन पर होंगे चौपहिया वाहनों के टेस्ट एवं ट्रेनिंग
Mathura News - मथुरा के वृंदावन में एआरटीओ कार्यालय में चौपहिया ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब आवेदकों को सिम्युलेटर मशीन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह मशीन सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से स्थापित की...

मथुरा। मथुरा के वृंदावन स्थित एआरटीओ कार्यालय डीटीआई में अब जल्द ही चौपहिया ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों को कार्यालय में ही अत्याधुनिक प्रशिक्षण सिम्युलेटर मशीन के माध्यम से वाहन चलाए जाने की ट्रेनिंग भी मिल सकेगी। कार्यालय में चौपहिया वाहनों के डीएल के टेस्ट एवं ट्रेनिंग के लिए एलएमवी सिम्युलेटर मशीन पहुंच चुकी है। जबकि एचएमवी मशीन भी एआरटीओ को प्राप्त होने वाली है। कार्यालय में सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बताते चलें कि सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में कमी लाये जाने को लेकर शासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर परिवहन विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इसी श्रृंखला में अब ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाने से पूर्व आवेदकों को कार्यालय में ही वाहन चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। जो आवेदक चौपहिया वाहन चलाने में एक्सपर्ट हैं। उनको भी ट्रेक पर टेस्ट के साथ सिम्युलेटर मशीन पर भी हाथ पैर आजमाने पड़ेंगे। एआरटीओ से अनुबंध के बाद मारूति कंपनी के द्वारा वृंदावन रोड स्थित ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट कार्यालय में हल्के मोटर वाहनों के आवेदकों के लिए मशीन स्थापित कराई जा चुकी है। तो वहीं भारी मोटर वाहन प्रशिक्षण के लिए जल्द ही प्रशिक्षण मशीन एआरटीओ को प्राप्त होने वाली है।
शासन जल्द ही तय करेगा फीस
इस संबंध में जनपद के संभागीय निरीक्षक नरेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में कमी लाये जाने के चलते वाहन चालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए सिम्युलेटर मशीनों को स्थापित कराया जा रहा है। बताया कि जल्द ही शासन द्वारा इसकी फीस भी तय की जाएगी। जिसके बाद इन मशीनों पर टेस्टिंग एवं ट्रेनिंग की सुविधा आवेदकों को मिल सकेगी।
सिम्युलेटर मशीन पर होगा चौपहिया वाहन चलाने का अहसास
सिमुलेटर ड्राइविंग टेस्ट एक मशीन से जुड़ा सॉफ्टवेयर है। इस टेस्ट के दौरान आपको ये अहसास होगा कि आप कोई चौपहिया वाहन चला रहे हैं। इसमें आपको स्टेयरिंग, सेफ्टी बेल्ट, वाइपर, डिपर, क्लच, एक्सिलेटर, ब्रेक सहित गाड़ी में मौजूद सारे फीचर्स मिलेंगे। इस मशीन पर बैठकर आपको ऐसा लगेगा जैसे आप सच में गाड़ी चला रहे हैं। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सिमुलेटर ड्राइविंग टेस्ट का प्रावधान इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि कई लोग बिना सड़क और यातायात नियमों का पालन कर ड्राइविंग लाइसेंस तो बनवा लेते हैं लेकिन उन्हें ठीक से गाड़ी चलानी नहीं आती। इस तरह वो अपनी तो जान खतरे में डालते ही हैं, साथ ही दूसरों की जान भी खतरे में डालते हैं।
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