‘दरिया के पास होकर भी प्यासा रह गया औरंगाबाद
Mathura News - औरंगाबाद क्षेत्र में व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दोनों तरफ नाली न होने के कारण गंदा पानी सड़कों पर बहता है, जिससे मौसमी बीमारियां फैल रही हैं। बाजार में...

वार्ड नंबर 10 एवं 28 के अंतर्गत आने वाले औरंगाबाद क्षेत्र में करीब तीन सैकड़ा से अधिक दुकानें हैं। लेकिन यहां के व्यापारी एवं स्थानीय निवासी विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। स्थानीय व्यापारी एवं निवासियों ने बताया कि बाजार में दोनों तरफ नाली नहीं हैं, जिसके कारण दुकानों एवं क्षेत्र का गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है। बारिश में स्थिति बदतर हो जाती है। सड़क पर जलभराव से मच्छर पनप रहे हैं तो वहीं संक्रमण का खतरा भी बना रहता है। मौसमी बीमारियां स्थानीय लोगों को घेर रही हैं। दुकानदार इससे तो प्रभावित है ही, इसके साथ ही औरंगाबाद बाजार में अतिक्रमण चरम पर है। हर दुकान के आगे ढकेल संचालित है। पूरे बाजार में ढकेलों, फड़ वालों ने बाजार को घेर रखा है।
वहीं बाजार में जाम की समस्या मुख्य समस्याओं में से एक है। इस क्षेत्र में हर 5-10 मिनट के बाद जाम की स्थिति बन जाती है। सबसे खास बात यह है कि औरंगाबाद क्षेत्र के सबसे नजदीक गोकुल बैराज है। बावजूद इसके इस क्षेत्र में गंगाजल पाइपलाइन नहीं है। जबकि शहर के बड़े हिस्से में गंगाजल की सप्लाई यहीं से होती है लेकिन दिया तले अंधेरे की कहावत को चरितार्थ करते हुए यह क्षेत्र गंगाजल से वंचित है। औरंगाबाद क्षेत्र में दो सैकड़ा से अधिक दुकानें हैं। व्यापारियों का कहना है कि इतना बड़ा बाजार होने के बावजूद पूरे बाजार में एक भी सुलभ शौचालय नहीं है। बाजार में महिलाएं, युवतियों का खरीदारी के लिए दुकानों पर आवागमन रहता है। सुलभ शौचालय न होने के कारण उन्हें परेशान होना पड़ता है। व्यापारियों की मांग है कि नगर निगम द्वारा बाजार में सुलभ शौचालय की व्यवस्था की जानी चाहिये।
पुलिया निर्माण ने बढ़ाई गंदगी और जाम:स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यहां पहले ही कम समस्या नहीं थीं, जो कसर बची थी वह लोक निर्माण विभाग ने पूरी कर दी है। औरंगाबाद क्षेत्र में पुलिया बनाने के नाम पर दो स्थानों पर सड़कों को खोद दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्य धीमी गति से चल रहा है। खुदाई के कारण मिट्टी का मलवा पहाड़ का रूप ले चुका है। पूरे दिन सड़कों पर मिट्टी उड़ती रहती है, जिसके कारण दुकानदारों का दुकान पर बैठना मुश्किल हो गया है। सड़कों की खुदाई के कारण मार्ग पर जाम लगा रहता है। गर्मी में जाम लगने पर लोग परेशान होते हैं।
भीषण जाम की समस्या: औरंगाबाद बाजार में जाम की समस्या मुख्य समस्याओं में से एक है। इस क्षेत्र में हर 5 से 10 मिनट के बाद जाम की स्थिति बन जाती है। जाम की समस्या से स्थानीय व्यापारी एवं निवासी बुरी तरह जूझ रहे हैं। जाम से व्यापार प्रभावित हो रहा है। जाम के कारण ग्राहक भी दुकानों पर नहीं रुक पाते हैं।
औरंगाबाद बाजार में दोनों तरफ नाली ना होने के कारण दुकानों एवं क्षेत्र का पानी सड़क पर बहता रहता है। आएदिन जल भराव की स्थिति बनी रहती है। लेकिन किसी का कोई ध्यान नहीं है।
-सोनू
बरसात में हालात बदतर हो जाते हैं। जलभराव विकराल रूप ले लेता है। व्यापारियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार अधिक बरसात होने के कारण दुकानों में भी पानी भर जाता है।
-सोबरन गोला
औरंगाबाद बाजार में नगर निगम द्वारा नियमित सफाई नहीं कराई जाती है। जिसके चलते दुकानों के आगे कई बार कूड़े के ढेर लग जाते हैं। नगर निगम के कर्मचारी मनमानी करते हैं। निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिये। -नितिन अग्रवाल
औरंगाबाद बाजार में जाम की स्थिति आम हो गई है। हर 5 से 10 मिनट बाद बाजार में जाम लग जाता है। जाम में फंसे वाहनों का धुआं गर्मी को और बढ़ा देता है। इसका आज तक समाधान नहीं निकला है।
-निखिल अग्रवाल
स्थानीय व्यापारी पिछले कई वर्षों से जाम की स्थिति से जूझ रहे हैं। दिन भर जाम लग जाने के कारण व्यापार पर खासा असर पड़ता है। ग्राहक रुकने की बजाय आगे बढ़ जाता है। पता नहीं कब जाम से निजात मिलेगी।
-सुमित
गोकुल बैराज के सबसे नजदीक होने के बावजूद भी औरंगाबाद बाजार में गंगाजल पाइपलाइन नहीं है। पीने योग्य पानी के लिए यहां के लोग तरस रहे हैं। खारे पानी की समस्या बनी हुई है।
-रविंद्र अरोड़ा
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