Hindi NewsUttar-pradesh NewsMathura NewsDesperate Villager Attempts Self-Immolation Over Inheritance Dispute in Mathura

जायदाद में हिस्सा न मिलने पर डीएम कार्यालय के बाहर किया आत्मदाह का प्रयास

Mathura News - पेट्रोल डालते ही पुलिस कर्मियों ने लिया हिरासत मेंजायदाद में हिस्सा न मिलने पर डीएम कार्यालय के बाहर किया आत्मदाह का प्रयास जायदाद में हिस्सा न मिलने

Newswrap हिन्दुस्तान, मथुराWed, 8 Jan 2025 01:09 AM
share Share
Follow Us on

मथुरा/मांट)। पैतृक जायदाद में हिस्सा ना मिलने से नाराज एक ग्रामीण ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर पेट्रोल डालकर आत्महत्या का प्रयास किया। इससे पहले वह कुछ कर पाता मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। जिलाधिकारी ने मामले की जांच मांट के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंपी है। घटना से हड़कंप मच गया। मांट तहसील के नसीटी निवासी देवेंद्र चार भाई हैं। पिता धर्मवीर भारद्वाज पर कुछ वर्ष पूर्व तक 60 बीघा खेत हुआ करता था। जिसमें अच्छी खासी खेती बाड़ी भी हुआ करती थी, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपनी जमीन बेचनी शुरू कर दी। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व धर्मवीर ने अपने तीन पुत्रों रामवीर, हरेकृष्ण व विपिन के नाम साढ़े चार-साढ़े चार बीघा जमीन का बैनामा कर दिया। क्योंकि देवेंद्र अविवाहित है तो देवेंद्र के नाम साढ़े चार बीघा जमीन की वसीयत कर दी और इतनी ही जमीन अपने नाम रखी। देवेंद्र ने वसीयत के स्थान पर बैनामा करने की बात कही पर उसकी बात नहीं मानी। देवेंद्र ने बताया कि कई बार कहने के बाद भी पिता ने उसकी जमीन का बैनामा नहीं किया। इससे नाराज देवेंद्र मंगलवार की दोपहर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गया। देवेंद्र ने थैले से पेट्रोल की बोतल निकाली और अपने शरीर पर छिड़कर आग लगाने का प्रयास किया, यह देख वहां मोजूद लोगों और पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। पुलिसकर्मी देवेंद्र को हिरासत में लेकर थाना सदर ले गए।

-

अधिकारियों से भी लगाई गुहार, पर नहीं हुई सुनवाई

मांट। पिछले वर्ष एक मई को रामवीर की मौत के बाद जून माह में धर्मवीर ने अपने तीन पुत्रों देवेंद्र, हरेकृष्ण और विपिन को सम्पत्ति से बेदखली का अख़बार में गजट कराने के बाद देवेंद्र के नाम की गयी वसीयत वाली जमीन गांव के ही एक व्यक्ति को बेच दी। इसके बाद से ही देवेंद्र ने शिकायतें करना शुरू कर दिया। देवेंद्र को पैतृक सम्पत्ति में कोई हिस्सा न मिलने पर उसने पुलिस से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के दरवाजों पर गुहार लगाई। पर कोई उसकी सुनने को तैयार नहीं हुआ। अंत में देवेंद्र ने मंगलवार को यह कदम उठाया। देवेंद्र की हताशा की एक वजह यह भी रही कि उसके पास रोजी रोटी का कोई साधन नहीं है, और उसे जमीन भी नहीं मिली।

-

देवेंद्र भारद्वाज द्वारा पेट्रोल डालकर आग लगाने के प्रयास के मामले की जांच मांट के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। देवेंद्र के पिता से बात कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उसके पिता पारिवारिक कारणों की वजह से देवेंद्र को संपत्ति का हिस्सा नहीं देना चाहते। देवेंद्र के पिता से बात कर समझाने का प्रयास किया जाएगा।

-शैलेंद्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी मथुरा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें