मौसम को लेकर आपदा प्रबंधन ने जारी किया अलर्ट
Mathura News - आने वाले दिनों में कड़ाके की सर्दी और छा सकता है कोहरामौसम को लेकर आपदा प्रबंधन ने जारी किया अलर्टमौसम को लेकर आपदा प्रबंधन ने जारी किया अलर्ट
शीतलहर और ठंड के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। ऐसी स्थिति में सर्द हवाओं के चलने के कारण ठंड का प्रकोप और भी बढ़ने की संभावना है। आने वाले दिनों में ठंड के प्रकोप को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने ठंड, पाला, घने कोहरे से बचाव की अपील की है। ठंड से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन ने एडवाइजरी जारी करते हुए कंट्रोल रूम नंबर भी जारी किया है। कड़ाके की ठंड को देखते हुए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एडवाइजरी जारी की है। लोगों को ठंड से बचने के उपाय करने की अपील की गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि सर्दी में लोग जरूरी काम हो तो ही घर से निकलें, लोग घरों में रहकर रेडियो सुनें, टीवी देखें, स्थानीय मौसम पूर्वानुमान की जानकारी करते रहें। एडवाइजरी में किसी भी आपात स्थिति में पुलिस-100/112 एम्बुलेंस-108, आपदा कंट्रोल रूम-1070 नंबर जारी किए गए हैं।
ठंड से बचाव के सुझाव
-सर्दियों के पर्याप्त कपड़े स्टॉक करें। बच्चों को अच्छी तरह ऊनी कपडों से ढक कर रखें एवं बुजुर्गो पर विशेष ध्यान दें।
-पीने, स्नान करने के लिए गुनगुने पानी का उपयोग करें।
-भारी कपड़ों की एक परत के बजाय ढीले ढाले, हल्के वायुरोधी गर्म ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें।
ठंड एवं कोहरे से बचाव
-शीतलहर, ठंड के दृष्टिगत निराश्रित, असहाय, गरीब व्यक्तियों से नगर निगम, नगरपालिका, नगर पंचायत द्वारा संचालित रैन बसेरों का सहारा लें।
-कोहरे के दौरान वाहन धीरे चलायें, इंडिकेटर लाइट एवं हेलमेट का उपयोग एवं नारंगी रंग का चेतावनी स्टीकर लगायें, जिससे घने कोहरे में वाहनों के मध्य उचित दूरी बनी रहे तथा दुर्घटना न हो पाये।
-किसान ठंड, पाला से बचाव हेतु कृषि कार्य दिन में ही पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
-अपने आप को सूखा रखें। यदि गीले हैं, तो अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढक लें।
-शरीर के तापमान का संतुलन बनाए रखने के लिए स्वस्थ भोजन करें।
-पर्याप्त प्रतिरक्षा बनाए रखने के लिए विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं।
-पशुओं को ठंड से बचाये एवं निमोनिया, डायरिया, खुरपका इत्यादि से बचाव के लिये टीकाकरण अवश्य करायें।
-रात्रि में बंद कमरे में परिवार के साथ अंगीठी जलाकर ना सोयें। बंद कमरे में अंगीठी जलाने से जहरीली गैस बनने तथा दुर्घटना हाने का खतरा बना रहता है।
-ठंड, पाला, घने कोहरे में खुले आसमान के नीचे ना सोयें।
कोहरे में वाहन तेजी से ना चलायें।
-ठंड से बचाव के लिये जनपद में तहसील, नगर पालिका, नगर पंचायतों में अलाव की व्यवस्था की गई है। रेन बसेरों में ठहरने वाले व्यक्तियों को समस्त मूल भूत सुविधाओं के सम्बन्ध में नियमित रात्रि के समय निरीक्षण किया जा रहा है।
-योगानंद पांडेय, एडीएम, वित्त एवं राजस्व
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