मथुरा में एक और ब्लैक फंगस का मामला मिला
मथुरा। जनपद में कोरोना से ठीक हुए एक और मरीज में ब्लैक फंगस मिला है। स्वास्थ्य विभाग इसकी जानकारी करने में जुटा हुआ...
मथुरा। जनपद में कोरोना से ठीक हुए एक और मरीज में ब्लैक फंगस मिला है। स्वास्थ्य विभाग इसकी जानकारी करने में जुटा हुआ है।
बता दें कि बुधवार को प्रेमगली वनखंडी वृंदावन निवासी 72 वर्षीया वृद्धा एवं मानस नगर महोली रोड निवासी युवक को ब्लैक फंगस होने की जानकारी मिली थी। इनको आंखों से दिख नहीं रहा है। चिकित्सकों से परामर्श लिया जा रहा है। इधर गुरुवार को एक और युवक ब्लैक फंगस का मिला है। यह पीड़ित युवक राया क्षेत्र का है। युवक के आंख और ब्रेन में परेशानी बताई गई है। आरआरटीम एवं कंट्रोल रूम प्रभारी डा. भूदेव सिंह ने बताया कि एक मामला राया क्षेत्र में मिला है, जिसकी जानकारी कराई जा रही है। इसको भी आंखों की परेशानी हुई है। वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश जैन ने बताया कि जिन मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनमें इस रोग ब्लैक फंगस यानि म्यूकोरमाइकोसिस की संभावना अधिक होती है। वर्तमान में कोरोना से ग्रसित गंभीर मरीजों में यह अधिक फैल रहा है। चेहरे, नाक, मुंह या आंखों पर यह संक्रमण हो सकता है। यहां से मस्तिष्क या फेफड़ों में फैल सकता है। आंखों में संक्रमण फैलने पर आंखों या पलकों में सूजन और नजर के जाने का खतरा होता है। ऐंफोटेरिसिन बी मुख्य दवा है, लेकिन चिकित्सकीय सलाह इसके लिए आवश्यक है। संक्रमण अधिक फैलने पर जान बचाने को नाक, सायनस और आंख के बड़े ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ सकती है। आंख को निकालना भी पड़ सकता है। विशेषज्ञ की देखरेख में ही स्टॉरॉयड की उचित मात्रा, शुगर के उचित इलाज एवं ऑक्सीजन देने में उचित सावधानी से इस फंगस से बचा जा सकता है।
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